सिंगापुर: अमेरिका के सीरिया के एयरबेस पर दर्जनों मिसाइलें दागने के बाद तेल की कीमतों में शुक्रवार को करीब 1 डॉलर प्रति बैरल की तेजी आ गई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने सीरियाई एयरफील्ड पर मिसाइल हमलों  के आदेश दिए हैं जहां से इसी हफ्ते की शुरुआत में रासायनिक हथियार दागे गए थे. उन्होंने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ अपने इस कदम को अमेरिका के ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के हित’ में बताया है.


ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स में करीब 1 डॉलर प्रति बैरल की तेजी देखी गई. यानी करीब 2 फीसदी यानी यह 0237 GMT पर 55.78 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. यूएस का डब्ल्यूटीआई क्रूड फ्यूचर्स भी  करीब 1 डॉलर प्रति बैरल उछल गया, यानी यह करीब 2 फीसदी की तेजी के साथ 52.64 डॉलर प्रति बैरल हो गया. मार्च के शुरुआती समय से लेकर अब तक यह कीमतों का सबसे ऊंचा स्तर है. अमेरिका के इस कदम का दुनिया भर के बाजारों पर तगड़ा असर पड़ा. तेल की कीमतें उछलीं, सुरक्षित निवेश के प्रॉडक्ट जैसे कि सोना भी उछल गया और शेयर बाजारों समेत अमेरिकी डॉलर ने गोता खा लिया.

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि सेना ने एयरबेस पर दर्जनों क्रूज मिसाइलें दागी हैं. इस एयर बेस पर असद की सेनाएं तनी थीं. मंगलवार पर विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके पर गैस अटैक किया गया था जिसके बदले में यह कार्रवाई की गई. पेंटागन ने कहा कि उसने रूस को इन हमलों के बारे में बता दिया था और उसने सीरिया के इस बेस में उन ठिकानों को टारगेट नहीं किया है जहां रूसी सेना की मौजूदगी मानी जाती है.