रायपुर- बिलासपुर में बीजेपी कार्यालय के ठीक सामने रहने वाले बर्तन कारोबारी के छह साल के बेटे विराट के अपहरण के बाद से ही परिजनों के दिल की धड़कने बढ़ी हुई थी. वक्त बीतता जा रहा था, लेकिन विराट का कोई सुराग नहीं मिल रहा था. पुलिस की खोजबीन इस बीच जारी थी. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी धड़कने विराट की सकुशल वापसी को लेकर बैचेन थी. बताते हैं कि गुरूवार को जबलपुर में चुनावी सभा लेने के बाद जैसे ही भूपेश रायपुर लौटे, उन्होंने डीजीपी डी एम अवस्थी को बुलाया और विराट की खोजबीन को लेकर चल रही कार्यवाही का विवरण लिया. उन्होंने डीजीपी को दो टूक कह दिया कि किसी भी कीमत पर विराट सकुशल लौटना चाहिए. परिजनों के चेहरों पर खुशी लौटनी चाहिए. हालात ऐसे न बने कि बाद में खेद जताने की स्थिति पैदा हो जाए.
डीजीपी को दिए गए निर्देश के बाद भूपेश बघेल दिल्ली रवाना हो गए. डीजीपी को दिए गए निर्देश के बाद पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में मौजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूरी रात विराट की वापसी को लेकर चिंतित रहे. बताते हैं कि देर रात भी वह डीजीपी डी एम अवस्थी से लगातार संपर्क में थे. हर अपडेट उन तक पहुंचाया जा रहा था. पहले से ही चल रही जांच के दौरान कई अहम सुराग पुलिस को मिले थे. सीसीटीवी में सामने आए फुटेज ने पुलिस की कठिन राह को आसान बना दिया. इधर जैसे ही सुबह पांच बजे विराट की वापसी की खबर आई, सबसे पहले भूपेश बघेल को बताया गया. चंद घंटे आराम करने के बाद वह अमेठी के लिए रवाना हो गए. विराट की वापसी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बिलासपुर पुलिस को बधाई दी है. उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा है कि-
विराट पांच दिनों बाद सुरक्षित घर लौट आया है. इन पांच दिनों मैं भी परिजनों की चिंता में शामिल रहा. मैं छत्तीसगढ़ की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि क़ानून व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं होगा और हमारी सरकार हर किसी के साथ खड़ी रहेगी. मुस्तैदी के लिए पुलिस विभाग को बधाई.