मुंबई। आपको यह जानकर बेहद आश्चर्य होगा कि मुंबई में एक युवक ने अपने ही घर की छत पर एक प्लेन बनाया है. उसने जो प्लेन बनाया है वो कागज का नहीं या कोई माडल नहीं बल्कि असली एरोप्लेन है जो कि हवा में उड़ सकता है. यह कमाल अमोल नाम के एक युवक ने किया है, अब वे इसे उड़ा भी सकेंगे. उन्हें डीजीसीए का प्रमाण पत्र भी मिल गया है. प्रमाण पत्र खुद मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने उन्हें सौंपा. डीजीसीए का प्रमाण पत्र मिलने के बाद वो देश में विमानन तकनीक पर काम करना चाहता है और इसके लिए उसने सरकार से सहयोग की अपील की है.
अमोल यादव ने इस प्लेन को 2011 में बना लिया था. तभी से वे डीजीसीए का सर्टिफिकेट पाने का प्रयास कर रहे थे. अब जाकर उनकी यह कोशिश सफल हुई है. अमोल पेशे से पायलट हैं और अब तक इस प्रोजेक्ट पर उन्होंने करीब 5 करोड़ की रकम खर्च कर चुके हैं. बताया जा रहा है कि आजाद भारत में यह पहला विमान है जिसका रजिस्ट्रेशन किया गया है. अमोल की इस उपलब्धि की जानकारी देवेंद्र फडणवीस ने खुद पीएम मोदी को दी थी. अमोल का सपना है कि वे देश में ही निर्मित छोटे विमान बनाने में सहयोग करें.