रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित एनजीओ घोटाला की अब जांच होगी। समाज कल्याण विकास मंत्री रमशीला साहू ने विभागीय सचिव को पत्र भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच कराने के निर्देश दिए हैं। हाल ही में विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बीजेपी विधायक देवजीभाई पटेल ने सदन में आरोप लगाया था कि समाज कल्याण विभाग के अधिकारी एनजीओ को दिए जाने वाली अनुदान राशि में बडा घपला कर रहे हैं। आरोप ये भी है कि विभाग के अधिकारी पहले तो अनुदान के तौर पर एनजीओ को राशि आबंटित की जा रही है और बाद में उस राशि को अधिकारी पत्नियों के खातों में डलवा रहे हैं। देवजीभाई पटेल ने तथ्यों के आधार पर आरोप लगाया था। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर से संचालित होने वाली 26 एनजीओ को छह करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि अवैध तरीके से बांट दी गई थी।
इन एनजीओ को पहुंचाया था लाभ
नेशनल एसोसिएशन फार द ब्लाइंड हीरापुर रायपुर, सेवा निकेतन छेरीखेड़ी, कोपलवाणी चाइल्ड वेलफेयर आर्गेनाइजेशन सुंदरनगर रायपुर, आदर्शदीप अक्षमता पुर्वास केंद्र, रायपुर, विकलांग बालिका विकास गृह रायपुर, ज्ञवण मूक विकलांग रायपुर, अपराजिता फाउंडेशन रायपुर, ग्रास रूट सोसाइटी रायपुर, स्पर्श सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थान रायपुर, सहोद्रादेवी स्मृति सेवा समिति, आनंद निकेतन बघिर विद्यालय बिलासपुर, काननबाला स्मृति सेवा संस्थान पेंड्रारोड, डेफ एसोशिएसन, जस्टिस तन्खा मेमोरियल, श्री स्पेशल केयर सेंटर, पीताम्बरा पीठ सेवा संस्थान बिलासपुर,