रायपुर। ऊपर शीर्षक कोई फिल्मी कहानी का टाइटल नहीं, लेकिन कांग्रेस का जरूर है. जी हां कांग्रेस पार्टी के भीतर चुनाव से पहले कुछ ऐसा परिवर्तन हुआ जिसे लेकर खूब चर्चा हो रही है. इसके कई तरह से राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं. कोई कह रहा हटाया गया, कोई कह रहा वे खुद हट गए हैं. लेकिन जो अध्यक्ष पद से मुक्त हुए उनका कहना है कि उन्हें बाबा ने बुलाया था इसलिए पद छोड़ना पड़ा.

दरअसल बात हो रही छत्तीसगढ़ कांग्रेस आईटी सेल में हुए बदलाव की. आईटी सेल के अध्यक्ष राजेन्द्र परिहार की जगह अब 28 साल के नौजवान जयवर्धन बिस्सा को अध्यक्ष बना दिया गया. चुनाव के वक्त में हुए इस बदलाव को पार्टी के भीतर और बाहर दोनों ही जगह अलग-अलग नजरिए से देखा जा रहा है. वैसे इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक पत्र भी वायरल हुआ है जिसमें 2 जुलाई को राजेन्द्र परिहार को नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने अपनी सोशल टीम का समन्वयक बना दिया था.  मतलब राजेन्द्र परिहार कांग्रेस आईटी सेल से भले ही मुक्त हो गए हैं, लेकिन नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के जनसंपर्क और सोशल मीडिया की पूरी जिम्मेदारी संभालेंगे.
राजेन्द्र परिहार ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि सिंहदेव जी चाहते थे कि वे उनके साथ पूर्ण रूप से काम करे लिहाजा उन्होंने आईटी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष से प्रदेश अध्यक्ष पद से मुक्त होने की इच्छा जाहिर की थी.  वैसे भी 2 जुलाई से मुझे नेता-प्रतिपक्ष ने अपना सोशल मीडिया समन्वयक नियुक्त कर दिया था. ऐसे में दोहरी जिम्मेदारी होने के नाते कांग्रेस आईटी सेल में काम करना मुश्किल हो रहा था. कांग्रेस पार्टी ने जो निर्णय लिया है वह पार्टी हित में है. नए अध्यक्ष जयवर्धन को मैं बधाई देता हूँ.

वहीं आईटी सेल के नए प्रदेश अध्यक्ष बने जयवर्धन बिस्सा ने कहा कि पार्टी की ओर से उन्हें बड़ी जिम्मेदारी गई है. वह सोशल मीडिया कई नए प्रयोग के साथ कांग्रेस के मिशन को आगे बढाएंगे. पार्टी जो जिम्मेदारी दी है उस पर वह खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे.