रायपुर- कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में जो वायदा किया था, उसे पूरा करना शुरू कर दिया है. अब प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर से विधायक पद से इस्तीफा मांगा है. उन्होंने कहा कि अजय चंद्राकर ने घोषणा किया था कि यदि कांग्रेस ने किसानों का कर्जा माफ कर दिया तो वे तत्काल इस्तीफा दे देंगे. अजय चंद्राकर में साहस हो और उनमें जरा भी नैतिकता बची हो तो तत्काल विधायक पद से इस्तीफा दें.
भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता आदतन किसान विरोधी है, जब सरकार में थे तब उन्होंने ने लगातार किसानों से वायदा खिलाफी किया था. हर चुनाव के पहले किसानों से बड़े-बड़े वायदे किए. धान पर बोनस की बातें कही चुनाव जीतने के बाद बार-बार किसानों को ठगा अब जब कांग्रेस की सरकार किसान हित के फैसले ले रही है तो भाजपाई इसका स्वागत करने के बजाय किसान विरोधी बयान बाजी कर रहे हैं.
सुशील आनंद शुक्ला ने कि शपथ लेने के एक घंटे के अन्दर ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों की कर्ज माफी का पहला आदेश दिया था तथा धान की खरीद मूल्य 2500 रू. प्रति क्विंटल करने का निर्णय लिया था. सरकार बनने के ठीक 10वें दिन किसानों के खाते में राशि आनी शुरू हो गई है. जिन किसानों ने कर्ज चुका दिया था, ऐसे 3.57 लाख किसानों के खाते में 1248 करोड़ की राशि वापस ट्रांसफर कर दी गयी है.
यह कांग्रेस की राज्य सरकार और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की राज्य के किसानों और कांग्रेस के जनघोषणा पत्र लागू करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. 6100 करोड़ की कर्ज माफी, धान का समर्थन मूल्य 2500 रू. तथा बस्तर में टाटा संयत्र के लिए अधिग्रहित 5000 एकड़ से अधिक जमीने किसनों को वापस करने का निर्णय प्रदेश के किसानों और राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी साबित होने वाला है.