रायपुर। खैरागढ़ वनमंडल में पेड़ों की अवैध कटाई और उत्खनन का मामला विधानसभा में गूंजने के बाद मामले में प्रधान मुख्य वन संरक्षक राकेश चतुर्वेदी ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है. पीसीसीएफ ने जो उच्च स्तरीय समिति गठित की है उसमें अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक(भू-प्रबंध) अध्यक्ष होंगे वहीं अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक(संरक्षण) समिति के सदस्य होंगे. इसके अलावा समिति के संयोजक मुख्य वन संरक्षक, दुर्ग वृत्त दुर्ग होंगे.

तीन सदस्यीय यह उच्च स्तरीय जांच समिति उन सभी क्षेत्रों में जा कर जांच करेगी जहां के बारे में उल्लेख किया गया है और इसकी रिपोर्ट पीसीसीएफ को 1 माह के भीतर सौंपेगी.

आपको बता दें खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह ने इस मामले को विधानसभा के भीतर ध्यानाकर्षण के जरिये उठाया था. इस मामले में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने सदन में कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया था. उन्होंने सदन में ही वहां पदस्थ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन यंत्री बलवंत सिंह पटेल को निलंबित उन्हें आरईएस में वापस भेजने की घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि खैरागढ़ वनमंडल के अंतर्गत प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के जितने भी सड़क बनी है या बन रही है, उसमें उपयोग की गई मिट्टी, मुरम, पत्थर वन क्षेत्रों से अवैध रुप से लाए गए हैं. इसकी जांच कर मामले में कार्यवाही की जाएगी. मोहम्मद अकबर ने कहा था कि लौह अयस्क उत्खनन के मामले में जांच पीसीसीएफ स्तर के अधिकारी के द्वारा कराए जाने की घोषणा की थी.