रायपुर- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के उन सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की भी तारीफ की है, जो गुमनाम रहकर निःस्वार्थ भाव से अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जनता की सेवा कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा – मैं उन्हें साधुवाद भी देता हूं कि उन्होंने हमारे शासन-प्रशासन का नाम ऊंचा किया है और अपने साथ-साथ हमारी भी विश्वसनीयता बढ़ायी है। मुख्यमंत्री आज सवेरे आकाशवाणी के रायपुर केन्द्र से अपनी मासिक रेडियो वार्ता ‘रमन के गोठ’ की 32वीं कड़ी में प्रदेशवासियों को सम्बोधित कर रहे थे।
डॉ. सिंह ने इस कार्यक्रम में लोक सुराज अभियान 2018 के तीसरे चरण में प्रदेश के अपने सघन और आकस्मिक दौरे के अनुभवों को साझा करते हुए कहा – आप शहर में बैठकर सोच भी नहीं सकते कि गांवों में हमारी बहनें और कमजोर परिस्थितियों के लोग कितना शानदार काम कर रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा – दंतेवाड़ा जिले में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता सुनीता ठाकुर और संतकुमारी राणा ने कभी नक्सल चुनौतियों की चिंता नहीं की और अपने काम में ऐसे रमी हुई है कि वहां के लोग उनकी तारीफ करते हैं। कांकेर जिले के ग्राम बंदाटोला में पटवारी के पद पर काम कर रही बहन मिथलेश्वरी मंडावी से वहां के लोग बेहद खुश हैं।
जशपुर जिले में विद्युत कम्पनी के कार्यपालन अभियंता भौमिक ने बड़ी मेहनत से विद्युतीकरण का लक्ष्य समय से पहले पूरा कर दिया, जिससे अन्य क्षेत्रों में भी प्रेरणा का संचार हुआ। डॉ. सिंह ने कहा- लोक सुराज अभियान में ऐसे अनेक मैदानी कर्मचारी और अधिकारी मिले, जिनकी मेहनत और निःस्वार्थ सेवा की तारीफ जनता ने खुलकर की, तो मुझे लगा लोक सुराज अभियान सफल हुआ। यह अपने आप में बहुत अच्छा अनुभव होता है कि लोग स्वर्स्फूत होकर सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की तरीफ करें और वह भी अचानक मुलाकत में। इससे पता चलता है कि सुशासन से लोगों की जिन्दगी में खुशी, संतुष्टि और उम्मीद की किरणें जागी हैं।
मुख्यमंत्री ने रेडियोवार्ता में कहा – बहुत से लोगों के नाम नहीं ले पाया हूं। इसका मतलब ये नहीं है कि जिनका नाम लिया, सिर्फ वे ही अच्छा काम कर रहे हैं। बहुत से लोग गुमनामी में रहकर निःस्वार्थ सेवा करते हैं। मैं उन सबकी भी तारीफ करता हूं और उन्हें भी साधुवाद देता हूं कि उन्होंने हमारे शासन-प्रशासन का नाम ऊंचा किया है और अपने साथ हमारी भी विश्वसनीयता बढ़ायी है। निश्चित तौर पर कुछ गड़बड़ियां या काम-काज में ढिलायी भी सामने आयी, ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की गई है।