सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ में आमसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ऊपर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से स्वतः संज्ञान लेने की अपील की है. कांग्रेस ने पीएम मोदी के ऊपर 72 घंटे तक चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है.
कांग्रेस नेत्री किरणमयी नायक के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि दिनांक 16 अप्रैल 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छत्तीसगढ़ के कोरबा एवं भाटापारा दो स्थानों पर चुनावी सभा हुई थी, जिसकी विडियों रिकार्डिंग निर्वाचन आयोग द्वारा भी करायी गयी होगी. आयोग द्वारा उसका अवलोकन कर स्वतः संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्रवाई किया जाए. क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनाव आयोग एवं माननीय उच्चतम न्यायालय के स्पष्ट निर्देशों का उल्लंघन करते हुये अपने चुनावी भाषणओं में लगातार जतिगत भावनाओं को भड़काकर भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील कर चुनाव आयोग के निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. कांग्रेस ने कहा है कि इसमें साहू समाज की भावनाओं का पीएम भड़काने का काम कर रहे हैं.
कांग्रेस ने अपनी शिकायत मे आगे कहा है कि इस बार के दौरे में नरेन्द्र मोदी ने जाति के आधार पर वोट अपील के साथ ही इन पुनः भारतीय सेना के शौर्य वर्णन के आधार पर सेना के नाम से वोट अपील कर उच्चतम न्यायालय एवं चुनाव आयोग के निर्देशों का पुनः उल्लंघन किया है.
कांग्रेस की मांग है कि आयोग इस मामले में तत्काल संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ 72 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर रोक लगाए जाने का ओदश जारी करें. इसके साथ ही कांग्रेस ने आयोग से मांग की है कि भाजपा नेताओं और पूर्व सीएम रमन सिंह को भी इसकी सूचना देवें कि यदि किसी भी चुनावी सभा में सेना के शौर्य का वर्णन कर चनावी भाषण दिये जाने की दशा में उनके खिलाफ चुनावी आचार संहिता उल्लंघन की कार्यवाही की जाएगी.