नई दिल्ली- लंबी माथापच्ची के बाद कांग्रेस ने भले ही छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 90 में से 72 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है, बावजूद इसके 18 सीटें ऐसी हैं, जिसे लेकर रायशुमारी चल रही है. खबर आ रही है कि बची हुई 18 सीटों में से 11 सीटों पर हाईकमान की अपनी कोर टीम से लगातार मंथन जारी है. दिलचस्प पहलू यह है कि इस बारे में छत्तीसगढ़ कांग्रेस को भी कोई खबर नहीं है.

लल्लूराम डाॅट काम को एआईसीसी से जुड़े सूत्रों ने पुख्ता तौर पर जानकारी देते हुए कहा है कि 11 सीटों पर प्रत्याशी चयन की इस कवायद को खुद पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी देख रहे हैं. इन सीटों में वैशालीनगर, रायगढ़, रायपुर उत्तर, रायपुर दक्षिण, लैलूंगा, बिलासपुर, धरसींवा, धमतरी, कुरूद, बसना, संजारी बालोद शामिल है. इन सीटों पर पार्टी का उम्मीदवार कौन होगा? सिवाए हाईकमान के इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है.

चर्चा है कि रायपुर दक्षिण सीट को कांग्रेस उलझ गई है. पहले इस सीट से रूचिर गर्ग के नाम को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा चल रही थी. लेकिन पिछले दिनों कांग्रेस पार्टीमें बदलते समीकरणों के बाद महापौर प्रमोद दुबे का नाम भी जुड़ गया. रायपुर दक्षिण को लेकर दावेदारों के पैनल में केवल यही दो नाम चल रहे थे कि अचानक खबर आ रही है कि इसमें महंत रामसुंदर दास का नाम भी जोड़ दिया गया है. हालांकि चर्चा थी कि महंत रामसुंदर दास को पार्टी कसडोल से मैदान में उतार सकती है, लेकिन सोशल इंजीनियरिंग के तहत शकुंतला साहू को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट को लेकर कई और चेहरे भी दांवा ठोक रहे हैं. लेकिन सीईसी की बैठक में सिवाए तीन नामों के अन्य किसी भी नाम पर चर्चा तक नहीं की गई है. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि रूचिर गर्ग का नाम हटाया जाता है, तो प्रमोद दुबे या महंत रामसुंदर दास ही रायपुर दक्षिण सीट से उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं.

इसके अलावा धरसींवा सीट पर पिछला चुनाव हार चुकी अनिता शर्मा के अलावा देवव्रत नायक के नाम पर सीईसी की बैठक में रायशुमारी की गई है. राज्यसभा सांसद छाया वर्मा यहां से अपने पसंद के दावेदार शैलेंद्र वर्मा के लिए लांबिंग कर रही थी. लेकिन इसे भी हाईकमान ने अपने मंथन में शामिल रखा है. रायपुर उत्तर सीट को लेकर जानकारी सामने आ रही है कि पार्टी के बड़े नेता अजीत कुकरेजा को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं, मगर स्क्रीनिंग कमेटी ने कुलदीप जुनेजा का नाम पहले नंबर पर रखा था. इसे लेकर खींचतान चल रही है कि इन दोनों में से जीतने वाला दावेदार कौन है.

धमतरी सीट पर गुरूमुख सिंह होरा प्रबल दावेदार हैं. लेकिन पार्टी के बड़े नेता कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल वर्मा की पैरवी कर रहे हैं. बताते हैं कि संगठन होरा को कुरूद से लड़ाना चाहता है, जिससे धमतरी की सीट रामगोपाल अग्रवाल के लिए खाली कराई जा सके. इसी तरह बचे हुए सभी सीटों पर स्थानीय मुद्दों के आधार पर हाईकमान खुद ही मंथन में लगा हुआ है.