प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर में वीवीआईपी की वजह से शिव दर्शन के लिए भक्तों को इंतजार करना पड़ गया, वह भी तब जब प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश जारी कर रखा है कि वीआईपी हो या फिर वीवीआईपी आम भक्तों के लिए मंदिर के पट बंद नहीं किए जाएंगे.
दरअसल सावन माह के तीसरे सोमवार को हजारों की संख्या में कांवरियों और दर्शनार्थी सुबह 4 बजे से भगवान भोले नाथ के दर्शन करने पहुचे हुए थे, लेकिन सुबह 4 बजे वीआईपी पर्सन की वजह से दो घंटे तक मंदिर के मुख्य दरवाजे को बंद कर दिया, जिसकी वजह से दूर से पैदल चलकर पहुंचे कांवरियों को भोलेनाथ की दर्शन करने के लिए दो घंटे इंतजार करना पड़ा.
कुछ देर बाद कांवरिये मंदिर के मुख्य गेट पर चढ़कर हो हल्ला करते रहे, जिसके बाद भी पुजारी ने मंदिर की गेट को नही खोले, वीआईपी की पूजा करने के बाद मंदिर की दरवाजे को खोला गया.
भोरमदेव मंदिर का पट रोज की तरह सुबह 6 बजे पट खुलता है. जिलेवासियों ने अधिक भीड़ को देखते कवर्धा कलेक्टर से सावन माह के प्रति सोमवार सुबह 4 बजे मंदिर का पट खोले जाने की अनुमति ली थी. श्रद्धालुओं के हित में अच्छी पहल की थी, लेकिन वीआईपी कल्चर की वजह से आज कांवरियों और श्रद्धालुओं को भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा. वही अधिक भीड़ होने की कारण दूरदराज से आये लोगो को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा.