दर्द से कराहती आवाजें ये बताने के लिए काफी थी कि छत्तीसगढ़ के दुरस्त अंचल से लेकर सुदूर गांवों तक इलाज कराना पहाड़ से सामना करने की तरह था. घर में कोई बीमार हुआ, तो परिवार चिंता में डूब जाया करता था कि इलाज के लिए लगने वाले खर्च की व्यवस्था कैसे की जाएगी? गंभीर बीमारी हुई, तो परिवार बेबसी में डूबा नजर आता. सूबे के बाशिंदे खासतौर पर ग्रामीण कई बार वक्त पर इलाज ना मिलने की वजह से मौत के मुंह में समा जाते. खर्चों से बचने के लिए लाचार ग्रामीण अंचल में रहने वाले झाड फूंक का सहारा लेने पर मजबूर थे. इस बीच रमन सरकार की मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना ने बेबस जिंदगी को सहारा दिया. हालात बदलते देर नहीं लगी. आज छत्तीसगढ़ स्वस्थ और खुशहाल लोगों का प्रदेश बन गया है. हर हाथ में स्मार्ट कार्ड हैं. अब गरीब के घर कोई बीमार है, तो माथें पर चिंता नहीं, बल्कि हाथों में स्मार्ट कार्ड है
बीजापुर जिले का चेरपाल गाँव. आबादी सैकड़ों में. कान्तैय्या अपनी पत्नी और एक बेटी के साथ गरीबी में भी खुश रहा करता था, लेकिन एक रोज पत्नी की तबियत बिगड़ने के कारण ये छोटा परिवार परेशान हो उठा. किसी ने उन्हें झाडफूंक की सलाह दी. लंबे समय तक हालात नहीं सुधरे, तो कान्तैय्या ने खुद निर्णय लिया कि अब वह अपनी पत्नी को अस्पताल लेकर जाएगा. खून की जांच में पता चला कि कन्तैय्या की पत्नी को टायफाइड हो गया है और इलाज के लिए जगदलपुर रेफर किया जाना है. कान्तैय्या ने देरी किये बिना ही अपनी पत्नी को 108 एम्बुलेंस से जगदलपुर पहुँचाया. कुछ ही दिनों में कान्तैय्या की पत्नी की तबियत पहले जैसे ठीक हो गयी है. कान्तैय्या की कहानी पहले ऐसी नही थी. कभी घर पर कोई बीमार हुआ, तो घरेलू उपचान ही एक जरिया था. तकलीफ ज्यादा हुई, तो झाड़ फूंक ही बड़ा सहारा था, लेकिन मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत मिले स्मार्ट कार्ड जीवन में खुशहाली लेकर आई. कान्तैय्या की तरह कई और ऐसे दूसरे ग्रामीण है, जिनकी जिंदगी में स्मार्ट कार्ड ने बड़ा और सुखद बदलाव लाया है. कान्तैय्या की कहानी महज एक उदाहरण है. राज्य में रहने वाला हर परिवार अब सुकून की सांस ले पा रहा है, तो इसके पीछे मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह की एक सोच थी. पेशे से डाॅक्टर होने की वजह से रमन इस बात को बखूबी समझते थे कि जिंदगी में इलाज कराना एक गरीब परिवार के लिए कितनी बड़ी चुनौती बन सकती है. यही वजह रही कि उन्होंने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की नींव रखी. आज छत्तीसगढ़ की रहने वाली ढाई करोड़ से ज्यादा की आबादी को इस योजना का लाभ मिल रहा है. हर वर्ग, हर उम्र के लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. डाॅ.रमन सिंह कहते हैं कि-
एक वक्त था, जब छत्तीसगढ़ में लोग बेहतर इलाज के लिए तरसते थे. छत्तीसगढ़ की पहचान पिछड़े राज्य की थी, लेकिन हमने प्रयास किया. हमारा प्रयास बेहतर नतीजे लेकर आया. आज राज्य में हर व्यक्ति को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 55 लाख परिवारों को स्मार्ट कार्ड के जरिए 50 हजार रूपए तक इलाज कराया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ की रमन सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं का ना सिर्फ विस्तार किया, बल्कि प्रदेश की ढाई करोड़ जनता को प्रति परिवार मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की सुविधा भी दी. वैसे प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना भी संचालित है, लेकिन छत्तीसगढ़ में इस योजना के साथ-साथ रमन सरकार की ओर से मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना भी संचालित हो रही है. जहां छोटी-छोटी बीमारियों का भी इलाज महंगा हो गया है, वैसे में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना प्रदेश के गरीब परिवारों को लिए बेहद कारगार साबित हो रहा है. मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 50 हजार रूपए तक का इलाज कराया जा रहा है. स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए सरकार ने जनता को दफ्तरों का चक्कर न काटना पड़े इसके लिए रमन सरकार ने स्थानीय स्तर पर आसानी से कार्ड बन जाए इसकी पहल की. इसके तहत नगर निगम मुख्यालय, जोन कार्यालय के साथ-साथ वार्ड स्तर पर शिविर लगाए गए. इन शिविरों तक लोगों को लाने की जिम्मेदारी भी निभाते हुए सभी मोहल्लों में इसकी मुनादी करवाई गई और मीडिया के माध्यम से भी लोगों को जागरुक करते हुए इसकी जानकारी हर परिवार को दी गई.
शिविर में आने वाले परिवार के सभी सदस्यों की फोटोग्राफी कराकर उनका रजिस्ट्रेशन किया गया. रजिस्ट्रेशन के कुछ दिन बाद उन्हें चिप लगा एक स्मार्ट कार्ड दिया गया, जिसमें उस परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी को दर्ज किया गया. जब कोई बीमार होता है तो उस स्मार्ट कार्ड से मान्यता प्राप्त उन अस्पतालों में ले जाकर लॉगिन कराया जाता है. जिसमें किस बीमारी का इलाज किया गया उसकी समस्त जानकारी, डॉक्टर की फीस, बेड चार्ड और दवाइयों के समस्त बिल दर्ज किये जाते है. कार्ड से इलाज के बाद अगर राशि बचती है तो वह या उसके परिवार के बाकी सदस्य आगे भी इलाज करा सकते हैं. साल 2009 में इस योजना की शुरुआत हुई. लोगों का आरएसबीवाई कार्ड बनाया गया. शुरुआत में स्मार्ट कार्ड के तहत 30 हजार तक का इलाज सभी के लिए हर साल फ्री था. उन गरीब परिवारों के मर्म को डॉ रमन की सरकार ने समझा और इस योजना के सफल क्रियान्वयन और् लोगों की मांग को देखते हुए सरकार ने योजना में बढ़ोत्तरी करते हुए इलाज का दायरा बढ़ाकर पिछले साल 1 अक्टूबर 2017 से 50 हजार कर दिया.
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना एक नजर में-
- प्रदेश के सभी परिवारों को 50 हजार रुपए का निशुल्क स्वास्थ्य बीमा.
- साल भर के भीतर एक परिवार इसका लाभ उठा सकता है.
- इस योजना के तहत हितग्राही हर साल 50 हजार का इलाज राज्य के किसी भी अस्पताल में करा सकता है.
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब तक 56 लाख से परिवार स्वास्थ्य बीमा से लाभान्वित.
- इस योजना के तहत आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर लोगो को बहुत ही लाभ मिल रहा है.
- इस योजना से पूरे राज्य के करीब 3 करोड़ परिवारों को लाभ मिल रहा है.
- दुर्घटना से अगर किसी की अचानक मौत हो जाती है तो इस योजना के तहत उन्हे 5 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता दिए जाने का प्रावधान है.
- अगर किसी की अचानक दुर्घटना से शारीरिक क्षति होती है तो 2.5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने का प्रावधान है.
आयुष्मान भारत योजना का होगा फायदा, 40 लाख परिवार को मिलेगा फायदा
गरीबों को गंभीर बीमारी के इलाज की चिंता दूर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य की योजना आयुष्मान भारत लांच की है. इस योजना में छत्तीसगढ़ के करीब चालीस लाख गरीब परिवार के लोगों को सीधा फायदा मिलेगा. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह कहते हैं कि अब किसी को हार्ट की सर्जरी करानी हो, किडनी ट्रांसप्लांट कराना हो, घुटनों का आपरेशन कराना हो ऐसी दर्जनों बीमारियों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रूपए तक की सहायता राशि दी जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना को शुरू करते हुए देश की आधी से ज्यादा आबादी की सुध ली है.
रमन सरकार की सोच भी यही है कि प्रदेश कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में ना रहें, हर परिवार को, हर व्यक्ति को सस्ता और अच्छा इलाज मुहैया हो. हर परिवार के पास स्वास्थ बीमा योजना का स्मार्ट कार्ड हो. रमन सरकार यह कोशिश कहती है कि रहिए ना पीछे, बनिए स्मार्ट, स्वास्थ बीमा योजना का आप भी लें लाभ.
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