रायपुर. डीजल के दाम 70 से पार हो जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि आज महंगाई में आग लग गयी है. किसानों को डीजल के बढ़े दामों से नुकसान हो रहा है. डीजल के दाम बढ़ने से परिवहन लागत बढ़ती है और स्वभाविक रूप से आवश्यक वस्तुओ की उपभोक्ता वस्तुओ के दाम बढ़ते हैं. एक बयान जारी करके उन्होंने कहा कि आप उपभोक्ता बढ़ती मंहगाई से त्रस्त है. बाजार में उपभोक्ता, वस्तुओं के दाम लगातार बढ़ रहा है. डीजल एक खेती में ट्रेक्टरों और सिंचाई पंपो में लगता है. खेती में किसान की लागत बढ़ती है और अभी जो रोपाई, मताई का समय है ऐसे समय में डीजल के दाम बढ़ने से किसानों को बहुत नुकसान हो रहा है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि एक ओर देश में डीजल के दाम 70 रू. से ज्यादा कर दिये है और दूसरी ओर एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा प्राप्त की गई जानकारी से ये पता चला है कि भारत सरकार इराक, अमेरिका, इंग्लेंड, हांगकांक, मलेशिया, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमिरात जैसे देशो को पेट्रोल 32 से 34 रूपय और डीजल 34 से 36 रू. प्रति लीटर के दर में निर्यात करती है. सवाल ये है कि विदेशो पर ये मेहरबानी क्यों? अपने देशवासियों को अन्याय क्यों?
पेट्रोल 34 रू. प्रतिलीटर और डीजल 37 रू. प्रतिलीटर पर किया जाता है निर्यात
बघेल ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक समाचार रिपोर्ट के अनुसार भारत पेट्रोल को 15 देशों में 34 रुपये प्रति लीटर की दर से निर्यात कर रहा है, जबकि रिफाइंड डीजल 29 देशों में 37 रुपये प्रति लीटर की दर से निर्यात किया जा रहा है. कांग्रेस संचार प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी इस पर ट्वीट किया है. मोदी सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए पेट्रोलियम उत्पादों पर 100 प्रतिशत ज्यादा टैक्स लगाए हैं, जबकि इससे बहुत सस्ती कीमत पर पेट्रोलियम उत्पादों को निर्यात किया जा रहा है.
भूपेश ने कहा है कि भाजपा जब विपक्ष में भी तब मोदी, सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर ज़ोरदार हल्ला बोलते थे. लेकिन सत्ता में आते ही इनके तेवर बदल गये हैं. अब इन्हें एलपीजी गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल के दामों में लगी आग नहीं दिखाई देती.