रायपुर। भिलाई शहर में डेंगू विकराल रूप ले चुका है. एक के बाद एक हो रही मौत ने हाहाकार मचा दिया है. भिलाई निगम प्रशासन, महापौर अब सरकार के चौखट पर खड़े हैं. क्योंकि अभी भिलाई प्रशासन डेंगू को फैलने से रोक पाने में नाकाम साबित हुआ है. स्थिति ये हो गई है कि मिन्नत करते हुए महापौर देवेन्द्र यादव को सीएम हाउस पहुँचना पड़ा है. देवेन्द्र यादव ने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि वे उनके शहर भिलाई को बचा ले.
निगम एवं जिला प्रशासन की ओर से डेंगू की जानकारी मिलने पर बिना एक्सपर्ट की सलाह लिए एवं अनुभवहीन लेबरों के द्वारा दवाइयों का छिड़काव किया गया. लेकिन विगत 25 दिनों में स्थिति जस की तस बनी हुई है. प्रशासनिक अमला केवल 21 चिन्हित वार्डो में कार्य कर रहे है, जबकि आज की स्थिति में इसे भिलाई के पूरे वार्ड के साथ ही पूरे दुर्ग जिले में युद्धस्तर पर कार्य करने की जरूरत है.रेफर
मेयर यादव ने मुख्यमंत्री से यह भी शिकायत की है कि भिलाई से रेफर मरीजो का इलाज सही तरीके से नहीं हो रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में प्लेटलेट्स के नाम से लाखों रुपये वसूले जा रहे. मुफ्त इलाज कहीं नहीं हो रहा है. फ्री में इलाज के नाम पर पीड़ित गुमराह रहे हैं.