रायपुर। करोड़ों के धोखाधड़ी के आरोपी डॉल्फिन स्कूल संचालक राजेश शर्मा सहित अन्य के खिलाफ बुधवार 22 नवंबर को पुलिस कोर्ट में चालान पेश करेगी. विशेष अनुसंधान पुलिस टीम ने सैकड़ों पन्ने के दस्तावेज तैयार किए हैं. आरोपी शर्मा के खिलाफ नवापारा और सरस्वती नगर थाने में अपराध दर्ज हैं. विशेष अनुसंधान पुलिस इन दोनों थाने की चालान पेश करेगी.
डाल्फिन स्कूल संचालक राजेश शर्मा एवं उनकी पत्नी उमादेवी शर्मा पर करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप है. फिलहाल दोनों पति-पत्नी रायपुर केंद्रीय जेल में बंद है. राजेश शर्मा एवं उनकी पत्नी उमादेवी शर्मा को विशेष अनुसंधान पुलिस टीम ने कई सालों की तलाशी के बाद हैदराबाद से गिरफ्तार् किया था. 22 नवंबर बुधवार को निर्धारित पेशी में दोनों के खिलाफ चालान पेश किए जाएंगे.
मामले की सुनवाई सीजेएम आनंद प्रकाश दीक्षित के कोर्ट में चल रहा है. पुलिस सुबह करीब 11 बजे कोर्ट पहुंचेगी और चालान पेश करेगी. इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि 1300 पन्ने की चालान है, जिसे वे कोर्ट में पेश करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि मामले से जुड़े माल की जब्ती तो करीब पेटियों में बंद है.
राजेश शर्मा के वकील ने एनडी मानिकपुरी का कहना है कि हमारे पक्षकार ने अच्छी शिक्षा देने के लिए एक मुहिम चलाया. एक बार फीस लेकर 43 स्कूलों को खड़ा किया. कुछ को छोड़कर ज्यादातर स्कूलों को 6 वर्ष तक बेहतर तरीके से संचालित किया. बच्चों को वाहन एवं दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया. वाहन, बिल्डिंग, फर्नीचर, कंप्यूटर और स्कूल स्टॉफ की व्यवस्था की. इसमें काफी खर्च हुए। उनके जीवन में कुछ संकट के समय आए, जिसे जो मिला वे संपत्ति हड़प ली. आज वही स्कूल, वही स्टॉफ, वही बच्चे, वही फर्नीचर, वही कंप्यूटर ज्यों के त्यों संचालित है। केवल स्कूल का नाम बदल गया है. फिलहाल मामला कोर्ट में है, जब चालान मिल मिलेगा तब भी कुछ कहना बेहतर होगा.