रायपुर। तेंदूपत्ता खरीदी बंद किए जाने पर भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने इसे वनवासियों के साथ अन्याय करार दिया है.
केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने पर सोमवार को सांसद रामविचार नेताम ने कुशाभाऊ ठाकरे स्मृति परिसर में आहूत जिला जनसंवाद कार्यक्रम में बस्तर जिला की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सभा को संबोधित किया. उन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार और केंद्र सरकार की योजनाओं को बंद करने पर अफसोस जताया.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने तेंदूपत्ता की खरीदी बंद कर श्रमिकों के साथ भी अन्याय किया है. बस्तर और सरगुजा में आदिवासियों के लिए इमली, साल बीज, चिरौंजी तेंदूपत्ता संग्रहण आदि वनोपज ही अर्थोपार्जन का जरिया है, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने इन वनोपजों की मार्केटिंग का काम ही नहीं किया. प्रदेश सरकार को मजदूरों की चिंता ही नहीं है.
नेताम ने कहा कि आज कामधंधों के अभाव में प्रदेश से सर्वाधिक पलायन पिछले एक साल में हुआ है. कोरोना की रोकथाम में प्रदेश सरकार को पूरी तरह विफल बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रवासी मज़दूरों की वापसी को लेकर दोहरे राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया. वहीं केंद्र सरकार के फैसलों और रणनीतिक उपायों की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सक्षम व सबल नेतृत्व पर हर भारतीय को फख्र है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सभा की शुरुआत में प्रदेश के पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम के सूत्रधार अभियान के प्रदेश संयोजक व पूर्व मंत्री राजेश मूणत व विधायक शिवरतन शर्मा संचालक थे. अंत में पूर्व विधायक नवीन मार्कण्डेय ने सबको आत्मनिर्भर भारत की संरचना का संकल्प दिलाया. आभार प्रदर्शन अभियान के बस्तर प्रभारी किरण देव ने किया.
इस मौके पर विधायक व प्रदेश प्रवक्ता शिवरतन शर्मा, प्रदेश महामंत्री डॉ. सुभाऊ कश्यप, युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष कमल भंजदेव, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, शरद अवस्थी, संतोष बाफना, जिपं अध्यक्ष श्रीमती वेदवती, बैदू कश्यप, लच्छू कश्यप आदि काफी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता मौज़ूद थे.