बिलासपुर. परिवार का रसूखदार होना पुलिस पर भी कितना हावी हो जाता है, इसका ताजा उदाहरण बिलासपुर में देखने को मिला. पीड़िता शिकायत करती रही, लेकिन पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही थी. फिर दो जिलों के एसपी ने आपस में चर्चा कर नवविवाहिता की शिकायत पर उसके पति और परिजनों के खिलाफ दहेज और अप्राकृतिक यौन शोषण का जुर्म दर्ज किया.

जानकारी के मुताबिक नवविवाहिता की शिकायत पर बिलासपुर महिला थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शनिवार को धारा 498-A – IPC, 34 – IPC, 377 – IPC  दर्ज किया है. नवविवाहिता का आरोप है कि उसकी शादी चाँटापरा निवासी शेख शाहिद हुई थी, लेकिन शादी के कुछ दिन बाद से ही पति दहेज के लिए मारपीट और अप्राकृतिक तरीके से अनाचार करता था. विवाद बढ़ने के बाद ससुराल वालों ने उसे घर से निकाल भी दिया.

घर से निकाले जाने के बाद नवविवाहिता पिछले दो महीने से ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने पुलिस थाने की चक्कर लगा रही थी, लेकिन उसका कोई सुनने को तैयार नहीं था. इधर-उधर भटकाते रहते थे. इसकी असल वजह थी. ससुराल वालों का रसूखदार होना. जिसके दबाव के चलते पुलिस भी मामला दर्ज करने से इतराती थी.

मामले की जानकारी कोरबा और बिलासपुर एसपी को लगी, दोनों के बीच बातचीत हुई तब जाकर बिलासपुर के महिला थाने में पीड़िता के पति चांटापरा निवासी शेख शाहिद, देवर और सास के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और अप्राकृतिक कृत्य करने का जुर्म दर्ज किया है. बता दें कि पति शेख शाहिद बिलासपुर के चौकसे इंजीनियरिंग कॉलेज में कार्यरत है.