मनोज यादव, कोरबा। पसान थाना क्षेत्र के लैंगा गांव में नकली नोट खपाने का एक मामला सामने आया है. निशानदेही के आधार पर पुलिस ने नकली नोट छापने एवं उसे खापाने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रंगीन प्रिंटर समेत 2 हजार के 9 नग नकली नोट जब्त किए हैं. तीनों आरोपी ग्रामीण महिलाओं को समूह बनाकर लोन (ऋण) दिलाने के नाम पर ऋण स्वीकृत करने के खर्चे पर ढाई -ढाई हजार रुपये असली नोट लेते और 25 – 25 हजार के ऋण देकर नकली नोट खपा देते थे.
25 महिलाओं को ऋण देने के नाम पर उनका समूह बनाया और छोटे-मोटे काम करने के नाम पर उनके समूह को प्रत्येक महिलाएं को 25- 25 हजार रुपए ऋण देने के वादा किया. जिसके लिए कागजी कार्यवाही और खर्चे के नाम पर प्रत्येक महिलाओं से दो से ढाई हजार रुपये ले लिए गए. जिसके साथ एक लिफाफा दिया गया जिसमें 25000 रूपए की बात कही गई. उन्होंने लिफाफा खोला तो सभी में दो ₹2000 की नकली नोट निकले. महिलाओं ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस में की है.अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध धारा 420 ,489 ए बी 34 आईपीसी तहत मामला दर्ज किया गया है.
मुखबिर की सूचना के बाद पुलिस ने पतासाजी की तो नक्ली नोट छापने और खपाने वाला गिरोह बिलासपुर जिले के गौरेला थाना क्षेत्र के सपनी गांव में अड्डा बना रखे थे. यहां से कलर फोटो कॉपी मशीन से ₹2000 के नोट छापने का काम किया करते थे.
पुलिस ने पूरे मामले में संजीदगी से कार्यवाही करते हुए कल रात पेण्ड्रा थाना क्षेत्र बचरवार गांव से मुख्य आरोपी रवि गुप्ता उर्फ अजय केसरी को गिरफ्तार कर लिया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और उसकी निशानदेही में दो आरोपियों को और पकड़ा है जिनके पास से एक रंगीन प्रिंटर 2 हजार के 9 नग नकली नोट जब्त किया है.
कटघोरा SDOP पंकज पटेल ने बताया कि नकली नोट छापने और खपाने वाले आरोपियों को कल रात पेण्ड्रा थाना क्षेत्र बचरवार गांव से पकड़ा गया है. मुख्य आरोपी रवि गुप्ता उर्फ अजय केसरी के साथ दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.