सुकमा। एक ओर जहां नक्सली स्कूल, आश्रम भवनों को ध्वस्त कर रहे हैं वही दूसरी ओर नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में एक ऐसा गाँव है जहाँ के ग्रामीण अपने बच्चों का भविष्य सुधारने के लिए गाँव के स्कूल की मररमत करेंगे। आर्थिक और श्रम दान कर स्कूल को सवारेंगे।
जिला मुख्यालय से करीब 9 किमी दूर स्थित मुरतोंडा गांव जहाँ हाईस्कूल, प्राथमिक शाला और बालक आश्रम की स्थिति खराब है। फर्श टूटे हुए हैं। साथ ही पंखे और बिजली की सुविधा नही है। बच्चों के खेलने के लिए मैदान भी ठीक-ठाक नही है।
बीते एक सप्ताह से वहां पर बच्चो के परिजन व गाँववालो की बैठक हो रही है। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि स्कूल, आश्रम की जरूरत सामग्री को खरीदा जाए। साथ ही सभी मिलकर आर्थिक और श्रम दान कर के मरमत का कार्य करेंगे। इसके लिए एक टीम भी बनाई गई है।
ग्रामीणों ने कहा कि जब इस स्कूल की मरम्मत प्रशासन नही करवा रहा है। और हमारा और हमारे गाँव का भविष्य यही से तय होना है तो हम सब को मिलकर प्रयास करना चाहिए। इस दौरान प्राचार्य डीपी बंजारे, आशीष राम, भगवती वर्मा, मिटकी बाई, राधाबाई, रामधर, मिलो, नादई समेत काफि संख्या में ग्रामीण और शिक्षक मौजूद थे।