नगरी(धमतरी)। वैसे तो एक प्रधानपाठक की जिम्मेदारी होती है कि स्कूल के बच्चों की देख रेख करना या फिर बच्चों को गलत रास्तों में जाने से रोकने की. पर आजकल ऐसा नहीं हो रहा है. स्कूलों में यहाँ खुद प्रधानपाठक शिक्षा जगत को बदनाम करने में लगे हैं.
हम बात कर रहे छत्तीसगढ़ के धमतरी की नगरी ब्लाक के ग्राम कसपुर में प्राथमिक शाला प्रधानपाठक चुम्मनलाल ध्रूव के नशे में धूत रहने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों ने स्कूल मे धावा बोलकर उसे नशे के हालात में रंगे हाथ पकड़ा और उसकी गाड़ी डिग्गी से महुआ शराब भी बरामद किया गया.
प्रधानपाठक के इस हरकत से नाराज ग्रामीणों ने तत्काल उसे हटाने की मांग की है. दरअसल कसपुर के भतकापारा प्राथमिक शाला में पदस्थ प्रधानपाठक आए दिन नशे में घूत होकर स्कूल पहुंचता है. इतना ही नहीं वह अपने एक साथी के साथ रसोई में ही शराब का सेवन करता है. प्रधानपाठक के रोज-रोज के इस हरकत से तंग आकर बच्चों ने अपने घर में जानकारी दी. बच्चों से जानकारी मिलने के बाद जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अनकूराम नेताम, पंच बीरसिंग नेताम सहित गांव के अन्य महिला व पुरूष स्कूल पहुंचे. जहां प्रधानपाठक नशे के हालात में मिले. जबकि एक साथी रसोई में पड़ा हुआ था.
ग्रामीणों ने प्रधानपाठक के मोटरसाइकिल के डिग्गी की तलाशी ली गई. जिसमें बोतल महुआ शराब व एक खाली बोतल बरामद हुआ. प्रधानपाठक की इस हरकत से स्कूल में गांववालों ने खूब हंगामा मचाया. ग्रामीणों के मुताबिक गढडोनगरी निवासी यह प्रधानपाठक पहले अन्य स्कूल में पदस्थ था. वहां से इन्हीं हरकतों से हटाया गया था. जिसे बाद बीईओ कार्यालय नगरी में 21 सितंबर को ही इसको इस स्कूल में पदस्थपना हुई. यहां पदस्थ होने के बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और हर दिन शराब पीकर स्कूल आता है. हालाकि इसे पूरे मामले में जिले के कलेक्टर ने जांच के बाद ठोस कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.