रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कैबिनेट की पहली बैठक लेकर किसानों का कर्ज माफी, धान का समर्थन मूल्य और झीरम घाटी पर एसआईटी का गठन के तीन बड़े फैसलों पर अपनी मुहर लगा दी. कैबिनेट बैठक के बाद भूपेश बघेल ने प्रेसवार्ता ली. प्रेसवार्ता की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि कल तक नई भूमिका थी आज दूसरी भूमिका है. पिछले 15 सालों तक विपक्ष की भूमिका में थे. अब तक शासन के कामों को दूसरी तरह से देखते थे आज दूसरे नजरिये से देख रहे हैं. भूपेश ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पत्रकारों का भी नजरिया बदलेगा लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं पत्रकार, मीडिया प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ है. शासन को आईना दिखाने का काम करता है उसके साथ पिछले वर्षों में जो व्यवहार हुआ है लेकिन कोशिश रहेगी वो नहीं होगा. पत्रकारों के साथ क्या हुआ है वो मैंने करीब से देखा है, कैसे उन्हें प्रताड़ित किया जाता था. जहां उंगली रखेंगे उनका संवेदनशील तरीके से निराकरण करने की कोशिश रहेगी.

भूपेश बघेल ने राज्य के सभी महापुरुषों को भी याद किया. जिन्होंने प्रदेश के लिए अपनी शहादत दी और जिन्होंने प्रदेश की खुशहाली का सपना देखा. सीएम भूपेश ने कहा मैं छत्तीसगढ़ के महा पुरुषों का स्मरण करता हूं. कल घासीदास जयंती है उनको प्रणाम करता हूं. शहीद वीर नारायण सिंह जिनका परसों शहादत दिवस है उनको भी याद करता हूं नमन करता हूं. छत्तीसगढ़ निर्माण के आंदोलनकारियों को याद करता हूं. स्वामी आत्मानंद, बघेल जी, प्यारेलाल ठाकुर जिन्होंने छग के बनने में योगदान दिये हैं उनको नमन करता हूं. मप्र के प्रथम मुख्यमंत्री श्यामा चरण शुक्ल को भी नमन करता हूं. सभी कलाकारों को मैं नमन करता हूं जिन्होंने छग के लोगों में जो हीनभावना थी अपनी कला के माध्यम से जो आत्म विश्वास जगाने का काम किया है उनको भी नमन करता हूं.

भूपेश बघेल ने कैबिनेट के तीनों फैसले का जिक्र किया. उन्होंने कहा राहुल गांधी जी ने आमसभा लेकर घोषणा की थी कि दस दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफी किया जाएगा. आज कैबिनेट की बैठक में किसानों की कर्जमाफी और समर्थन मूल्य मिलाकर धान खरीदी 2500 रुपये करने का फैसला लिया है. किसानों की कर्ज माफी से प्रदेश के 16 लाख किसान लाभान्वित होंगे. 6100 करोड़ से ज्यादा की ऋण राशि माफ होगी. इसके साथ ही कैबिनेट में दूसरा फैसला धान का समर्थन मूल्य को लेकर लिया है, धान का समर्थन मूल्य 1700 से बढ़ाकर 2500 रुपये करने का निर्णय लिया. उसके साथ ही तीसरा निर्णय झीरम कांड में एसआईटी गठन करने का लिया गया है. झीरम घाटी मामले में एसआईटी गठन करने के निर्णय पर उन्होंने कहा कि झीरम घाटी में कांग्रेस के 29 नेताओं की शहादत हुई थी. आज तक घटना के जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले की तह तक जाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.

भ्रष्टाचार को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होेंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर डॉ रमन सिंह ने जो कहा था वैसा कभी नहीं कहा. जो जो वादे रमन सरकार ने किए थे वो सब जुमले साबित हुए. जीरो टॉलरेंस की नीति कही थी भ्रष्टाचार को लेकर लेकिन नान घोटाले में खुद फंस गए. भ्रष्टाचार के क्रियाकलापों में जो लिप्त है, उन्हें मैं सचेत करना चाहता हूं. अब ऐसे कार्यों को हम नहीं चलने देंगे. जो हमने वादे किए थे उसे पूरा करने की शुरुआत कर दी है. सजा देने का काम कानून करेगा. हम बदले की भावना से काम नहीं करेंगे.

नक्सलवाद के मामले को लेकर भूपेश ने कहा ये सामाजिक, आर्थिक, सामाजिक समस्या है. पीड़ित वर्ग को विश्वास में लेकर समस्या के निदान के लिए कदम उठाएंगे. केवल बंदूक के जरिये ही हल नहीं ढूढा जाएगा अब तक की सरकार बंदूक के रास्ते हल निकालना चाहती थी.