रायपुर। एक कहावत है बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया, ये कहावत रायपुर के उरला थाना क्षेत्र में उस वक्त चरितार्थ होती नजर आई जब एक चाचा ने अपने ही भतीजे के साथ छल कर उसकी बेशकीमती जमीन को बेच दिया. लेकिन आरोपी कानून के हाथों से बच नहीं पाया. उरला पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन बेचने वाले आरोपी चाचा सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम दिनेश द्विवेदी, बंटी शुक्ला और दुर्योधन है. पुलिस के अनुसार पीड़ित आशीष दुबे ने अपनी जमीन बेचने का पावर आफ अटार्नी अपने चाचा दिनेश द्विवेदी को वर्ष 2013 में दिया था लेकिन 10 दिन बाद ही उसने चाचा को दी गई पावर आफ अटार्नी रद्द कर दी थी.
पुलिस के अनुसार पीड़ित के चाचा ने 2016 में स्टाम्प पेपर लेकर 2013 की उसी तारीख का एक फर्जी एग्रीमेंट तैयार करवाया जिस तारीख में पीड़ित ने पावर आफ अटार्नी उसे दी थी. आरोपी चाचा ने एग्रीमेंट के आधार पर पीड़ित की 3 एकड़ जमीन को टुकड़े-टुकड़े में बेच दिया.
बताया जा रहा है कि आरोपी ने 25 लाख रुपयों से ज्यादा में सौदा किया था. पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी चाचा और उसका सहयोग करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.