रायपुर- मिशन 2018 का रोडमैप बनाने जुटी बीजेपी ने प्रदेश की 90 में से कम से 65 सीटें जितने का लक्ष्य रखा है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई प्रदेश कार्यालय में शुरू हुई मैराथन बैठक में ये लक्ष्य तय किया गया।

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 110 दिनों की देशव्यापी यात्रा पर निकले हुए हैं। इसी कड़ी में शाह का तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास शुरू हुआ है। अमित शाह ने पदाधिकारियों से कहा कि- उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करना और संगठन के कार्यों को गतिशील बनाना है।

 

बैठक के पहले सत्र में शाह ने पदाधिकारियों से सुझाव और विचार आमंत्रित किये। करीब 40 पदाधिकारियों ने शाह के सामने सुझाव रखे, जिस पर शाह ने अपनी प्रतिक्रिया दी। अमित शाह ने 25 अक्टूबर से 15 अगस्त तक प्रतिदिन के हिसाब लक्ष्य निर्धारित करने की नसीहत देते हुए कहा कि मिशन 2018 के लिहाज से 90 में से कम से कम 65 सीटों पर जीत दर्ज करनी है।

 

अमित शाह ने संगठन प्रभारी को विस्तृत प्रवास करने एवं जिला पदाधिकारियों से अपने प्रवास के दौरान रात्रि रूक कर बूथ की संपूर्ण गतिविधियों की जानकारी लेकर उसे गति प्रदान करने का निर्देश दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दोपहर का भोज संतों के साथ बैठकर किया।

 

बैठक के दूसरे सत्र में अमित शाह ने प्रदेश पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष एवं जिला प्रभारियों की संयुक्त बैठक ली। जिलाध्यक्षों एवं प्रभारियों से शाह ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हारे हुए मतदान केन्द्रों पर ध्यान केन्द्रित कर वहां नये सदस्य बनाने तथा उन बूथों का पृथक कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर जनाधार बढ़ाने पर खास ध्यान दिया जाए।

 

तीसरे सत्र की में बीजेपी के सभी मोर्चा एवं प्रकोष्ठों की संयुक्त बैठक में शाह ने कहा कि राजनीतिक कार्यों के साथ आप सभी को सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए क्योंकि इन कार्यों के माध्यम से हम केवल राजनीतिक आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर रहे हैं बल्कि संस्कारी एवं सशक्त भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि 10 सदस्यों से प्रारंभ होकर हम आज 11 करोड़ सदस्य संख्या वाले दल हैं। इसलिए अपनी संस्कृति बनाए रखते हुए नवीन कार्य पद्धति का निर्माण करना है जिसमें सभी सदस्य आसानी से समावित हो जाए।

 

चौथे सत्र में शाम 4 बजे 19 विभागों व 10 प्रकल्पों की बैठक लेते हुए वर्तमान समय में कार्यालय का आधुनिकीकरण, कार्यालय में पुस्तकालय का निर्माण हो जिससे कार्यकर्ताओं की वैचारिक पृष्ठभूमि और मजबूत हो सके। मीडिया के कार्य, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता प्रकल्प, नमामि गंगे आदि प्रकल्प के कार्यो पर चर्चा की। साथ ही सभी सत्रों में कार्यकर्ताओं को अपने विचार रखने का मौका दिया।

 

बताया जा रहा है कि अमित शाह भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी की यात्रा का वर्णन करते हुए भावुक हो गये और उन्होंने कहा कि आज मिली हुई विराट सफलता हमारे पुरखों के परिश्रम का प्रतिफल है। हमारे पुरखों का देखा हुआ स्वप्न की सुदूर वनांचल क्षेत्र में निवासरत देशवासी तक शासन की सुविधा का लाभ पहुंच सके कि गरीब, शोषित, वंचित, पीडि़त, दलित, पिछड़े, युवावर्ग एवं महिलों के जीवन स्तर को और बेहतर बना सके। उन्होंने कहा कि सफलता आलस्य भी लाती है। किन्तु भारतीय जनता पार्टी का गठन राजनीतिक अकांक्षाओं की पूर्ति के लिए नहीं अपितु एक संस्कारी, सशक्त एवं समृद्ध भारत के निर्माण के लिए हुआ है।

 

इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए परिश्रम ही एक मात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि पवित्र लक्ष्य की प्राप्ति शब्दों की चतुराई से नहीं अपितु पसीना, परिश्रम और पुरूषार्थ से ही प्राप्त होती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि इस पवित्र लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपने अपने प्रकल्पों व विभागों के माध्यम से जुट जायें।