भोपाल- अगले कुछ घन्टे मध्यप्रदेश की सियासत का नया अध्याय लिखने जा रही है. पिछले कुछ दिनों से चल रही सियासी आपाधापी के बीच आज कमलनाथ सरकार के 20 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री निवास में हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान मंत्रियों ने अपने इस्तीफे कमलनाथ को सौप दिए है. हालांकि चर्चाओं में ये दलील दी जा रही है कि कमलनाथ नये सिरे से मंत्रिमंडल का गठन करेंगे. दरअसल यह पूरी कवायद आज उस वक़्त से शुरू हुई जब सिंधिया खेमे के 6 मंत्रियों समेत 17 विधायक अचानक लापता हो गए, बाद में यह जानकारी सामने आई कि ये बंगलुरू के एक रिसोर्ट में रखे गए हैं. दिल्ली गए कमलनाथ आनन-फानन में भोपाल लौटे और मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों की आपात बैठक बुलाई. करीब 6 घन्टे चली बैठक के बाद सरकार की ओर से मंत्री सज्जन वर्मा ने 20 मंत्रियों के इस्तीफे सौंपे जाने की जानकारी मीडिया से साझा की. उन्होंने इन इस्तीफों को सरकार बचाने के लिए जरूरी कदम बताते हुए कहा कि कमलनाथ अब नए सिरे से मंत्रिमंडल का गठन करेंगे. सज्जन वर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को अस्थिर करने की रणनीति के तहत ऐसा किया जा रहा है.
इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने बयान में कहा था, “मैं उन ताकतों को कामयाब नहीं होने दूंगा जो माफियाओं की मदद से अस्थिरता फैला रहे हैं. मेरी सबसे बड़ी ताकत मध्य प्रदेश की जनता का प्यार और भरोसा है. मैं उन ताकतों को सफल नहीं होने दूंगा जो सरकार में अस्थिरता पैदा कर रही हैं. ऐसी सरकार जिसे मध्य प्रदेश की जनता ने बनाया है.
इधर मध्यप्रदेश के राजनीतिक हालातों को देखते हुए तीन दिनों की छुट्टी पर गए राज्यपाल लालजी टंडन वापस लौट रहे है. खबर ये भी है कि बीजेपी ने विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दल का नेता बनाये जाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई का सकती है.