रोहित कश्यप, मुंगेली। जिले के जिला पंचायत मुख्यालय से लगे कुआं गांव में पंचायत की कारगुजारी से गांव के लोग हैरान हैं. यहां पक्की रोड के ऊपर में कच्ची रोड का निर्माण सिस्टम को अंधेरे में रखकर किया जा रहा है. सरपंच की इस लापरवाही पर ग्रामीणों का कहना है कि इससे अच्छा तो पहले का डब्ल्यूबीएम रोड ही था, क्योंकि मिट्टी के रोड में बरसात के दिनों में चलना दूभर हो जाएगा.

इस पूरे मामले पर जनपद के अधिकारी पल्ला झाड़ने में लगे है. मुंगेली जनपद के सीईओ आरएस नायक का कहना है कि मामले को संज्ञान में लेकर कार्य स्थल की जांच कराई जाएगी. जिससे सवाल यह उठता है कि क्या कार्य शुरू करने से पहले मौके का भौतिक सत्यापन किया गया. इसके बिना ही स्वीकृति दे दी गई है. ऐसे में इस कारगुजारी में विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों के कार्य शैली पर भी सवाल उठ रहे हैं.

भाजपा के जिला अध्यक्ष शैलेष पाठक ने इसे भ्रष्टाचार का नमूना बताया है उन्होंने पंचायत से लेकर जनपद के इस कार्य से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार करने की तैयारी एवं गड़बड़ी का आरोप लगाया है.

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सागर सिंह बैस बोले कि अगर इस तरह से कार्य कराया जा रहा है तो निश्चित तौर पर यह शासन के पैसे की बर्बादी है. इस पूरे मामले में जिला पंचायत के अधिकारियों से बात कर इस निर्माण कार्य की जांच कराई जाएगी.

बता दें कि देश इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है. ऐसे में लोगों को आर्थिक मदद पहुंचाने मनरेगा का कार्य राज्य सरकार द्वारा कराया जा रहा है. लेकिन इस संकट की घड़ी में पंचायत से सरपंच, सचिव व अधिकारी-कर्मचारी की गड़बड़ी से लोगों को मुसीबत होगी.