रायपुर. राजधानी में इन दिनों जिस प्रकार ठगी के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. उससे लगता है की ठगों के हौसले काफी बुलंद है. पिछले कुछ दिनों से शहर में ठगी के कई बड़े मामले सामने आये है. जिसमे से कुछ में ठगों को पकड़ने में पुलिस को सफलता जरुर मिली है. लेकिन ठगी के मामलों पर पुलिस लगाम नहीं लगा पा रही है. अब वही करोडो के ठगी का एक और मामला सामने आया है. देवेन्द्र नगर थाना पुलिस ने लौह अयस्क दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम अनिल नायक है जो गोवा का रहने वाला है. आरोपी ने लौह अयस्क दिलाने की बात कहकर प्रार्थी से एडवांस में 2 करोड़ रुपये ले लिया था रुपए लेने के बाद ना तो लौह-अयस्क दिया और ना ही की रकम को वापस लौटाया. पुलिस ने आरोपी को गोवा से ट्रांजिट रिमांड पर रायपुर लाया है. आरोपी मेसर्स नायक माइंस एंड आर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर है.

यह है पूरा मामला

दरअसल प्रार्थी पंकज अग्रवाल ने थाना देवेन्द्र में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि गोवा की मेसर्स नायक माइंस एंड आर इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जो खनि एवं खनिजो का व्यवसाय करती है. और इस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल नायक और डायरेक्टर आनंद नायक है. और ये दोनों आपस में पिता- पुत्र है. मेसर्स हीरा स्टिल्स लिमिटेड की राजधानी के पंडरी में एक कंपनी है. जो निर्यात सहित अनेक व्यवसायों में संलग्न है और जगदीश प्रसाद अग्रवाल सुसंगत अवधि में इस कंपनी के डायरेक्टर है.  30 सितम्बर २०१२ को भंग होकर मेसर्स हीरा स्टील लिमिटेड पंडरी में विलीन हो गयी थी. उसके बाद मेसर्स नायक माइंस एंड आर प्राइवेट लिमिटेड गोवा के निदेशक अनिल नायक और आनंद नायक ने जगदीश प्रसाद अग्रवाल को ऑफर किया कि समुद्रपार अनुबंधों के अनुरूप 54% गुणवत्ता वाला पांच लाख मितिरिक टन लौह अयस्क आरओएम की आपूर्ति जगदीश अग्रवाल की फर्म मेसर्स शिवनाथ मिनिरल्स को करेंगे साथ ही उन्होंने कहा था कि लोह अयस्क की आपूर्ति करना 26 अप्रैल 2011 से शुरू कर देंगे और 6 माह के अन्दर आपूर्ति कर देंगे.

आरोपी ने प्रार्थी को यह भी आश्वाशन दिलाया था कि सौदे के अनुसार एक माह के अंदर अयस्क की आपूर्ति को शुरू करने में असफल हो जाते है तो वो उक्त सौदे के एवज में पैसे को वापस कर देंगे. वही इसके बाद 18 अप्रैल 2011 को अनिल नायक और जगदीश अग्रवाल के बीच एक अनुबंध का निष्पादन हुआ जिस पर मेसर्स नायक की ओर से अनिल नायक ने दो गवाही की मौजूदगी में हस्ताक्षर भी किये थे. अनिल नायक एवं आनंद नायक ने जगदीश अग्रवाल को उत्प्रेरित कर इसके बदले 2 करोड़ प्राप्त कर लिए थे. लौह अयस्क प्राप्त करने हेतु जगदीश अग्रवाल ने आर टी जीएस के माध्यम से 2 करोड़ रुपये नायक मेसर्स के गोवा शाखा में स्थांतरित किया था. अनुबंध में उल्लेखित अवधि समाप्त हो जाने के बावजूद 8 जनवरी 2018 तक अनिल नायक और आनंद नायक ने रकम मिलने के बाद भी लौह अयस्क प्रदान नहीं किया. पीड़ित ने आरोपियों से बार बार आग्रह किया कि वो लौह अयस्क की सप्लाई कर दे.

 

लेकिन आरोपियों ने काफी दिन तक पैसे वापस देने के नाम से पीड़ित को घुमाते रहे . पीड़ित द्वारा शिकायत के आधार पर आरोपी अनिल नायक और आनंद नायक प्रार्थी की कंपनी को लौह अयस्क उपलब्ध कराने के नाम पर बतौर एडवांस 2 करोड़ रुपये प्राप्त कर लौह अयस्क की सप्लाई न करना और पैसा वापस नहीं लौटने पर आरोपियों के खिलाफ देवेन्द्र नगर थाना में धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया. मामला दर्ज होने के बाद क्राइम ब्रांच और देवेन्द्र नगर थाना की सयुंक्त टीम ने आरोपियों की पतासाजी शुरू कर आरोपियों के सम्बन्ध में तकनिकी विश्लेषण किया. उसके बाद आरोपियों के लोकेशन प्राप्त होने के बाद टीम गोवा रवाना हुई. जहा पर अनिल नायक को गिरफ्तार किया गया. पुलिस आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर लाकर आगे की कार्रवाई कर रही है.