नई दिल्ली। राममंदिर को लेकर चल रही सियासत के बीच आरएसएस के सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने बड़ा बयान दिया है. होसबोले एक बार फिर मोदी सरकार और स्टेच्यू आफ यूनिटी के निर्माण को लेकर तल्ख अंदाज में निशाना साधा, उन्होंने कहा कि जब पटेल की मूर्ति बन सकती है तो फिर राम मंदिर के लिए कानून क्यों नहीं. मुंबई में आयोजित वीएचपी की धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे होसबोले.
दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने एक अलग पीठ का गठन किया है जो अयोध्या भूमि मालिकाना हक मामले की सुनवाई कर रही है, लेकिन इस लंबित मुद्दे पर अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है. होसबोले ने सवाल किया अगर (गुजरात में) नर्मदा नदी के तट पर सरदार पटेल की प्रतिमा बन सकती है तो भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए कोई कानून पारित क्यों नहीं हो सकता?’
इससे पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मंदिर निर्माण के लिए सरकार से कानून लाने की बात कह चुके हैं. आपको बता दें कि अयोध्या मामले को लेकर जनवरी से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है.
गौरतलब है कि धारा 370, कामन सिविल कोड सहित राम मंदिर भाजपा का बड़ा एजेन्डा रहा हैं. पिछले चुनाव में भाजपा एक बड़ी जीत के साथ लोकसभा पहुंची थी लेकिन साढ़े चार साल से ज्यादा समय निकल जाने के बावजूद सरकार की ओर से इस मामले में कोई भी सुगबुगाहट देखने को नहीं मिली है. 2019 में लोकसभा चुनाव के पहले राम मंदिर के मुद्दे पर सहयोगी संगठनों के अलावा साधु-संत समाज से बड़ी चुनौति सरकार को मिल रही है. इलाहाबाद में अखाड़ा परिषद के साधु संतों ने अयोध्या कूच करने का एलान कर दिया है. बाबरी मस्जिद की बरसी के पहले 4 और 5 तारीख होने वाले इस मार्च में भारी संख्या में नागा साधु भी शामिल होंगे.