रायपुर. पार्टी के पुराने कई नेता, रायपुर के ब्लॉक अध्यक्ष और पार्षद इस बात से नाराज़ बताए जा रहे हैं कि पार्टी ने 150 व्यापारियों को याद कर लिया लेकिन जो दिन रात कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं उन्हें राहुल गांधी के कार्यक्रम में मिलने नहीं दिया गया. रायपुर के कई वरिष्ठ नेता, पार्षद और ब्लॉक अध्यक्ष काफी नाराज़ बताये जा रहे हैं. इन नेताओं का कहना है कि जब तक राहुल गांधी का कार्यक्रम चलता रहा. उनका घर से निकलना मुश्किल हो गया था. घर से निकलते ही लोग पूछ रहे थे अरे ! राहुल गांधी का कार्यक्रम हुआ और आप यहां. एक कांग्रेस ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि वो बाहर तभी निकले जब राहुल गांधी वापस दिल्ली चले गए.
पार्टी के कई वरिष्ठ नेता बुलावा न आने से इतने नाराज़ थे कि वो विरोध स्वरुप पुराने कांग्रेस भवन चले गए और वहां बैठकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की. कार्यक्रम में किसे बुलाया जाना है. ये जिम्मा पार्टी के प्रभारी महासचिव गिरीश देवांगन और मेयर प्रमोद दुबे के पास था. आरोप है कि दोनों ने पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा. जबकि अपने खास लोगों को बुला लिया. पुराने कांग्रेसियों का कहना है कि उन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी को दे दिया. उनको पार्टी के सबसे बड़े कार्यक्रम में जाने का पास नहीं मिला.
खुद रेणु जोगी को पास नहीं मिलने के चलते एक घंटे इंतज़ार करना पड़ा. चूंकि मामला राहुल गांधी से जुड़ा हुआ था इसलिए ये नेता दिल पर पत्थर रखकर चुप रहे. लेकिन बताया जा रहा है कि पार्टी फोरम में ये नेता जल्द ही बड़े नेताओं से गिरीश, शिव सिंह और मेयर प्रमोद दुबे की शिकायत करेंगे.