रायपुर। बड़ी-बड़ी कंपनियों के सीएसआर मद याने की कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी फण्ड मैनेजमेंट के नाम पर ITSPL कंपनी द्वारा छत्तीसगढ़ सहित देश भर में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी का खुलासा हुआ है. रायपुर क्राइम ब्रांच को कंपनी के सीएमडी और डायरेक्टर को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है. इसके पहले पुलिस ने कंपनी के ऑल इंडिया स्टेट कॉर्डिनेटर योगेन्द्र बारीक को गिरफ्तार किया था. शुक्रवार को पुलिस ने कंपनी के सीएमडी  जगन्नाथ दास को कोलकाता से और डायरेक्टर अशोक जैना को उड़ीसा से गिरफ्तार कर रायपुर पहुंची है.

 पुलिस के अनुसार आरोपी सीएसआर मद से बेरोजगार युवकों को ट्रेनिंग देने के नाम पर ठगी किया करते थे. इसके लिए ITSPL कंपनी प्रत्येक राज्य में स्टेट कॉर्डिनेटर बनाकर उनके माध्यम से अलग-अलग संस्थाओं को अपना ट्रेनिंग पार्टनर बनाती थी. ये ट्रेनिंग पार्टनर्स अपने अधीन ट्रेनिंग सेंटर का संचालन करते थे. इसके लिए कंपनी ट्रेनिंग सेंटर को 8 हजार रुपए, ट्रेनिंग पार्टनर को 5 हजार और स्टेट कॉर्डिनेटर को 2 हजार रुपए देने का झांसा देकर अपने जाल में फांसते थे.

इसी कड़ी में रायपुर के स्केलिंग टैक कंपनी के डायरेक्टर बसंत कुमार से भी आरोपियों ने धोखाधड़ी की. स्केलिंग टैक कंपनी को बेरोजगार युवकों को मल्टीमीडिया जैसी ट्रेनिंग देने के लिए अनुबंधित किया. जिसके तहत प्रत्येक स्टूडेंट के बदले ITSPL के अकाउंट में 1 हजार रुपए जमा करना होता था. स्केलिंग टैक द्वारा 10 हजार बच्चों को प्रशिक्षित किया गया और कंपनी के अकाउंट में तकरीबन 1 करोड़ रुपए जमा किया. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आरोपियों द्वारा उसे भुगतान के लिए आनाकानी किया जा रहा था. राजधानी रायपुर के अलावा प्रदेश भर में आरोपियों ने इसी तरह 800 सेंटर संचालित किया जा रहा था, जिसमें 2 करोड़ से ज्यादा की रकम अपने अकाउंट में जमा करा ली.

आडिट के बाद रि आडिट करके लेट लतीफी की जा रही थी. पीड़ित द्वारा दबाव डालने पर उसे कुल 8 करोड़ रुपए के कई चेक दिए गए जो कि बैंक में बाउंस हो गए. जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस में की. मामले की जांच में पुलिस ने 7 अप्रैल को आरोपी योगेन्द्र बारीक को गिरफ्तार किया था. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने दुर्ग सहित कई प्रदेश के कई जिलों में इसी तरह ठगी की है बताया जा रहा है कि प्रदेश भर में  25 से 30 हजार बेरोजगार युवकों को ट्रेनिंग दी गई है. कंपनी की शाखाएं उड़ीसा, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों में संचालित है.

आरोपियों द्वारा उड़ीसा में लगभग 80 करोड़, राजस्थान में 10 करोड़, दिल्ली में 5 करोड़ और हरियाणा में 5 करोड़ के चेक जारी किए गए थे जो कि सभी जगह बाउंस हो गए हैं. पुलिस के अनुसार कंपनी के सीएमडी जगन्नाथ दास के अकाउंट में ही 17 करोड़ रुपए होने की जानकारी मिली है. आरोपियों के कई और भी खातों की जानकारी पुलिस को मिली है.