रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि एन.एस.एस. में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं में राष्ट्रीयता की भावना जागृत होती है और वे अपने जीवन में किसी भी कार्य को अच्छे ढंग से करते हैं। उन्होंने कहा कि एनएसएस से उनमें किसी कार्य को छोटे-बड़े समझने की भावना नहीं रहती है और वे हर कार्य को पूरी जवाबदारी के साथ समाज हित में करते हैं, जिससे समाज में उनकी प्रशंसा होती है। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित प्रियंका बिस्सा एवं सिमरदीप स्याल छत्तीसगढ़ के गौरव हैं। उन्होंने पूरे देश में छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है। इन्हें हमारे प्रदेश में भी सम्मानित किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के कैडेट्स को विदेशों में भी भेजा जाना चाहिए।

शुक्रवार को राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुलाकात करने प्रियंका बिस्सा और सिमरदीप स्याल राजभवन पहुंचे थे. दोनों को राज्यपाल ने बधाई और शुभकामना दी. राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य संपर्क अधिकारी डाॅ. समरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में विभिन्न विश्वविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारियों ने आज राज्यपाल से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में एनएसएस की गतिविधियों की जानकारी दी।

एन.एस.एस. के राज्य संपर्क अधिकारी डाॅ. सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत विभिन्न कार्यक्रम किये जा रहे हैं और छात्र-छात्राओं को उनके कार्यों के आधार पर ए.बी. और सी. ग्रेड का सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सुलह केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं, जिनके माध्यम से विभिन्न प्रकरणों को सुलझाया जाता है। इसके साथ ही समर्पण पत्रिका और राष्ट्रीय सेवा योजना संहिता का भी प्रकाशन किया जाता है, जिसमें राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु मार्गदर्शिका का भी समावेश होता है। इस अवसर पर पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग, शंकराचार्य काॅलेज, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारियों ने अपने विश्वविद्यालयों में संचालित एन.एस.एस. की गतिविधियों की जानकारी दी।