पकंज भदौरिया, दंतेवाड़ा- आयुष केंद्र में इलाज के नाम पर खानापूर्ति, कबाड़ में पड़ा है लाखों का दवाई शीर्षक से लल्लूराम डॉट कॉम में खबर चलते ही आयुष के जिला कार्यालय में हड़कंप मच गया. विभाग डॉक्टर के जगदम्बा पंडा के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारियों में जुट गया है. दंतेवाड़ा टीएल बैठक में कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने जिला आयुष अधिकारी रामेश्वरी पैकरा को गम्भीरता से संज्ञान लेने की बात कही है. इसकी पुष्टि स्वयं आयुष अधिकारी ने की है.
इधर, मिली जानकारी से पता चला है कि जिला आयुष कार्यालय से डॉक्टर के जगदम्बा पंडा को 2 वर्षों से सिर्फ जिला पंचायत सीईओ के मौखिक आदेश पर संलग्न किया गया था. जबकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुरनार में डॉक्टर की मूल पदस्थापना है, जहां दवाईयां कबाड़ पर रखी हुई देखी गयी है.
विभाग के दवाई सप्लाई सेक्टर में कार्यरत स्टोर कीपर बीपी अहिरवार से मिली जानकारी के हिसाब से बीते 1 साल में सुरनार के नाम पर 1 लाख 47 हजार रुपये की दवाई और अप्रैल 2018 में 39 हजार रुपये की दवाइयां गयी है. जिस पर दीमक लगी दिखाई दी है.
साफतौर पर यहां विभाग के उन पूर्वत अधिकारियों की मिलीभगत भी नजर आ रही है जो महज मौखिक आदेश को सर आंखों का ताज 2 वर्षों से सजाकर गरीब ग्रामीण आदिवासियों से धोखा कर रहे हैं, क्योंकि अगर डॉक्टर मूल संस्था में नियमित पदस्थ होकर सेवाये देंगे तो सुरनार के ग्रामीणों को इसका लाभ मिलेगा ?
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