कोलकाता। जादवपुर यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर द्वारा लड़कियों को लेकर फेसबुक पर विवादित पोस्ट लिखने का मामला तूल पकड़ लिया है. राष्ट्रीय महिला आयोग ने पश्चिम बंगाल के डीजीपी को प्रोफेसर के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई करने को कहा है. इसके साथ ही आयोग की टीम इस मामले में यूनिवर्सिटी के वीसी से भी मुलाकात करेगी. वहीं छात्रों ने प्रोफेसर का विरोध किया है उनका कहना है कि कनक सरकार को क्लास में आने से रोका जाए.
आपको बता दें कि प्रोफेसर कनक सरकार पिछले 20 वर्षों से इंटरनेशनल रिलेशन विषय पढ़ाते हैं. उन्होंने लड़कियों की वर्जिनिटी को लेकर अपने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था, ‘क्या आप कोई कोल्ड ड्रिंक की बोतल या बिस्किट का पैकेट खरीदते वक्त सील टूटी होने पर भी उसे खरीद लेते हैं? एक लड़की जन्म से ही बायलॉजिकली सील होती है जब तक उसे खोला न जाए. वर्जिन लड़की में बहुत से मूल्य होते हैं, जैसे कल्चर, सेक्शुअल हाइजीन.’
उधर इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद प्रोफेसर ने अपने पोस्ट पर लिखा कि मैं ने अपने व्यक्तिगत विचार लिखे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने आईटी एक्ट की धारा 66 A को वापस ले लिया है. सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार दे दिया है. मैं सोशल रिसर्च कर रहा हूं और समाज की अच्छाई और भलाई के लिए लिख रहा हूं. मैं प्रार्थना करता हूं कि कन्फ्यूज न हों. मैने महिलाओं के समर्थन में कई पोस्ट लिखे हैं.