रायपुर. प्रदेशभर में वन पट्टों की मांग को लेकर आदिवासी समाज का प्रदर्शन विकराल रूप ले लिया है. राजधानी में आदिवासी समाज के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सहमत होकर रैली निकाली है. करीब 5 हजार लोगों ने सड़क जाम करते हुए हंगामा और नारेबाजी कर रहे है विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए कालीबाड़ी में बैरिकेट लगाई थी. लेकिन आदिवासी समाज के लोग पचपेड़ी नाका में बीच सड़क और ही धरने पर बैठ गए.

इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है. लेकिन आदिवासी समाज के लोग सुप्रीम कोर्ट हाय हाय के नारे लगा रहे हैं. पुलिस ने आदिवासियों को पचपेड़ी नाका के पास रोक लिया है. यह रैली टिकरापारा गोंडवाना भवन से निकलकर आंबेडकर चौक पर समाप्त होगा.

सोहन पोटाई ने कहा कि केंद्र सरकार ने अपना पक्ष नहीं रखा, इतना बड़ा निर्णय हो गया ये सब केंद्र की स्वीकृति पर हुआ है. 15 दिन का हमने समय दिया है इसके बाद बड़ी रणनीति बनाएंगे. सरकार हमें अपने जगहों से बेदखल करने का काम रही है. कई वर्षों से उस जगह के आदिवासी रह रहे है. वहीं सोहन पोटाई ने रैली समाप्त करने की घोषणा कर दी है.

बता दें कि सर्व आदिवासी समाज के नेता व पूर्व आईएएस बीपीएस नेताम ने इस बारे बयान देते हुए कहा था कि वन्य प्राणियों के लिए आदिवासियों की जंगलों से बेदखली बर्दाश्त नहीं करेंगे. क्या आदिवासी जानवर से भी गए बीते हैं? नेताम ने कहा कि आदिवासी समाज सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सहमत नहीं जिसमें आदिवासियों को वन पट्टे न देने के निर्देश दिए गए हैं. सदियों से जंगलों में काबिज आदिवासी आखिर कहां जाएगा. जानवरों के लिए इंसानों को बेघर कर देंगे.

वीडियोः – [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=FRrMwB-KHPM[/embedyt]