रायपुर। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध गीतकार और जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया का आज अंतिम संस्कार किया गया. उन्हें महादेवघाट में कबीर पंथ रीतिरिवाज से दफ्न किया गया. लक्ष्मण मस्तुरिया की अंतिम यात्रा उनके प्रोफेसर कॉलोनी स्थित आवास से निकली. जनकवि को अंतिम विदाई देने संख्या में साहित्य और कला जगत की हस्त्तियाँ बड़ी संख्या मौजूद रही. कबीर हॉल में शोक सभा आयोजित की गई जहां उनके मित्रों ने मस्तुरिया के अनछुए किस्से सुनाए. साहित्यकारों ने मस्तुरिया के साथ हुए सरकारी उपेक्षा को बयां करते हुए ये मांग की दिवंगत जनकवि को छत्तीसगढ़ सरकार मरणोपरांत हर ओ सम्मान दे जिसका वो हकदार रहे हैं.
शनिवार 3 नवंबर को लक्ष्मण मस्तुरिया का निधन दिल का दौरा पड़ने से हो गया था. उन्हें अस्पताल ले जाने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी. लक्ष्मण मस्तुरिया के निधन के बाद छत्तीसगढ़ साहित्य और कला जगत में शोक की लहर है. राज्यपाल आनंदी बेन, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह विनम्र श्रद्धांजलि दी है. वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री चरण दास महंत ने भी आज उनके निवास पहुँच पुष्पाजंलि दी.
अंतिम विदाई के वीडियो
साहित्यकारों ने क्या कहा सुनिए-