संचार क्रांति योजना के तहत छत्तीसगढ़ में 50 लाख से ज्यादा महिलाओं को स्मार्ट फोन वितरित किया जा रहा है. डोंगरगढ़ में राजनांदगांव सांसद अभिषेक सिंह द्वारा हितग्राहियों को मोबाइल वितरण करने के साथ ही क्षेत्र में संचार क्रांति योजना की शुरुआत की गई. यहां तकरीबन 26 हजार मोबाइल फोन वितरित किया जाना है. जिसमें कि शहरी क्षेत्र में 4 हजार से ज्यादा स्मार्ट फोन वितरित किया जा चुका है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में तकरीबन 22 हजार मोबाइल बांटे जा रहे हैं. स्मार्ट फोन मिलने से यहां भी खुशियों का माहौल है. 
कंडरा पारा इलाके में रहने वाले संतु करसायल जो एक पान ठेला चला कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. संतु के परिवार में उनकी पत्नी पिंकी करसायल को संचार क्रांति योजना के तहत 4 जी स्मार्ट फोन मिला है. परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह मोबाइल खरीद पाती. जिसकी वजह से उन्हें दूसरों के ऊपर आश्रित रहना पड़ता था. मोबाइल मिल जाने के बाद अब वह अपने रिश्तेदारों और परिचितों से फोन में बात कर लेती है. अब उसे किसी से बात करने के लिए कहीं जाना नहीं पड़ता. पिंकी करसायल कहती हैं कि मोबाइल मिल जाने से अब उन्हें सरकार की योजनाओं की जानकारी आसानी से मिल जाती है. जिसका वे लाभ उठा सकते हैं. वहीं फ्री इंटरनेट उपलब्ध होने से वे अब उसका इस्तेमाल कर बच्चों को पढ़ाने का कार्य कर लेती हैं.
डोंगरगढ़ के इंदिरा नगर में रहने वाली आशा को भी संचार क्रांति योजना के तहत मोबाइल फोन मिला है. आशा गृहिणी हैं और उनके पति जी. अनिल रायपुर में एक कैंटीन में काम करते हैं. जिसकी वजह से उन्हें ज्यादातर बाहर रहना पड़ता है. मोबाइल मिलने से आशा अब बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि पति बाहर रहते हैं जिसकी वजह से उन्हें चिंता होती थी. बात करने के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था. आर्थिक रुप से कमजोर होने की वजह से मोबाइल खरीद नहीं पा रहे थे. लेकिन रमन सरकार द्वारा स्मार्ट फोन दिया गया है. अब बात करने के लिए किसी और से मोबाइल नहीं मांगना पड़ता है. पति के साथ ही अब परिचितों और रिश्तेदारों से रोज बात हो जाया करती है. साथ ही उन्हें सरकार की योजनाओं और सामाचार भी मिल जाता है.
संचार क्रांति योजना के तहत ज्योति कंडरा को भी स्मार्ट फोन मिला है. पति घर पर ही एक छोटी किराना दुकान चलाते हैं. दुकान से ज्यादा आमदनी तो नहीं होती लेकिन घर का खर्च चल जाता है. मोबाइल मिलने से ज्योति बेहद खुश हैं उनका कहना है कि पहले रिश्तेदारों से महीने में कभी-कभार ही बात होती थी लेकिन अब अक्सर किसी न किसी से बात होते रहती है.
डोंगरगढ़ में ही रहने वाली छाया पातोड़े के पति रेलवे कैंटीन में कार्य करते हैं. रेलवे कैंटीन में काम करने की वजह से वह ज्यादा समय बाहर ही रहते हैं. इस वजह से घर का हर कार्य उन्हें करना पड़ता है या फिर दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था. मोबाइल नहीं होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. अब मोबाइल मिलने से बहुत से काम वह घर बैठे ही कर लेती हैं. छाया कहती हैं पहले गैस का नंबर लगाने के लिए काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता लेकिन अब घर बैठे ही गैस का नंबर वे खुद लगा लेती हैं. संचार क्रांति योजना ने उनके जीवन में बड़ा बदलाव ला दिया है. दूसरों पर जो निर्भरता थी वह भी खत्म कर दी है. अब उनके जीवन में खुशियां ही खुशियां हैं वे अपने सुख-दुख अपने रिश्तेदारों और परिचितों से आपस में बांट लेती हैं.
डोंगरगढ़ में संचार क्रांति योजना की मॉनिटरिंग कर रहे एसडीएम प्रेम प्रकाश बताते हैं कि क्षेत्र में तेजी से मोबाइल फोन वितरण का कार्य जारी है. मोबाइल फोन ने लोगों के जीवन स्तर को पहले से बेहतर कर दिया है. मोबाइल में सारे एप मौजूद हैं जिनकी सहायता से घर बैठे कई कार्य किये जा सकते हैं. मोबाइल रिचार्ड कराना, बिजली बिल भरना. के साथ-साथ सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी अब लोगों को मिल जा रही है.
निश्चित ही स्मार्ट फोन आज की व्यस्ततम जिंदगी में एक जरुरत बन गया है. इसके माध्यम से रोज होने वाली भाग दौड़ से लोगों को मुक्ति मिल रही है अब आधे से ज्यादा ऐसे काम जिनके लिए घंटों का सफर करना पड़ता था, लंबी लाइन में खड़े रहना पड़ता था ऐसे सारे काम कुछ ही मिनट में आसानी से घर बैठे हो जाते हैं. साथ ही इंटरनेट की वजह से सारी दुनिया के संपर्क में रहा जा सकता है. डॉ रमन सिंह ने ऐसे सभी सभी लोगों को तकनीक की दुनिया से जोड़ दिया है. जो तकनीक की इस दुनिया में आर्थिक हालातों की वजह से काफी पिछड़े थे.

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