संघर्ष जीवन का एक हिस्सा है और संघर्ष के रास्ते ही सफलता मिलती हैं लेकिन समाज का एक वर्ग ऐसा है जो हमेशा से ही संघर्षशील रहा है. जी तोड़ मेहनत के बाद भी इनके हालात जस के तस हैं. भौतिक सुख सुविधाएं तो दूर की बात है इन्हे बस दो जून की रोटी के ही मिल जाए वही काफी है. ऐसे ही लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए राज्य की केंद्र सरकार ने एक एतिहासिक कदम बढ़ाया है. संचार क्रांति योजना के तहत प्रदेश में 33 लाख परिवारों को स्मार्ट फोन बांटे जाने है. सरकार ने राज्य के नागरिकों तक योजना का लाभ सीधे तौर पर पहुंचाने के लिए संचार क्रांति योजना के तहत स्मार्ट फोन बांटने का फैसला लिया. इस योजना से सिर्फ एक हितग्राही को लाभ नहीं होगा, बल्कि हितग्राही के पूरे परिवार को इसका लाभ मिलेगा. जो परिवार फोन लेने में सक्षम नहीं थे अब उनके हाथ में भी स्मार्ट फोन है और चेहरे पर बिखरी मुस्कान साफ बता रही कि लोग फोन मिलने से कितना खुश हैं.
विधि अग्निहोत्री, धीरज दुबे । स्मार्ट फोन का लाभ लेने वाला एक हितग्राही परिवार है यह परिवार कोरबा का निवासी है. सरकार की ओर से मोबाइल पाकर परिवार की महिला उर्मिला काफी उत्साहित है. इनमें एक नए उत्साह का संचार इस बात को लेकर हुआ है कि अब उनके हाथ में भी स्मार्ट फोन है. अब उसे बात-बात पर या किसी काम से फोन करने के लिए अपने पति, बेटे या अन्य मोबाइल धारक रिश्तेदार अथवा पड़ोसी की ओर नहीं ताकना पड़ता, बल्कि अपना मोबाइल लेकर तत्काल आवश्यकता अनुसार फोन घुमा लेती हैं. परिवार की अन्य महिलाओं ने डॉ रमन सिंह की इस कल्याणकारी योजना को काफी सराहा है. इनका कहना है कि मुख्यमंत्री ने इनके जीवन में काफी बदलाव लाया है, जिसके लिए वे उनके प्रति आभार भी व्यक्त करते हैं. हितग्राही ने बताया कि चूल्हा चौका और घर की चारदीवारी के भीतर कामकाज के अलावा बाहर की दुनिया घर बैठे अब वे मोबाइल के जरिए देख रहे हैं. शहर व जिला से दूर रह रहे अपने रिश्तेदारों , मायके और ससुराल वालों से न सिर्फ फोन पर बात करते हैं बल्कि मन पड़ा तो वीडियो कॉलिंग करके आमने- सामने भी बात कर लेते हैं.
कोरबा शहर के बुधवारी बाजार बस्ती निवासी सरोज राठौर ने बताया कि अब उनके पास खुद का मोबाइल हो जाने से बाहर काम गए पति और शहर से बाहर पढ़ाई करने गए बेटे के बारे में जानकारी फोन पर ले लेती हैं. कभी किसी कारण से विलंब हुआ तो पड़ोसी के पास जाकर उसी से फोन मांगने की अब नौबत नहीं है. मोबाइल ने उसे काफी राहत दी है. सरोज राठौर कहती हैं कि यह सरकार की अच्छी योजना है जिसने घर से दूर पति-बच्चों से बात कर उनका हाल जानने की चिंता को दूर कर दिया है.
इसी वार्ड की धनेश्वरी देवी बताती हैं कि मोबाइल में एक से बढ़कर एक जानकारी है. धार्मिक गीतों व धारावाहिक ग्रंथों का समावेश के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक कार्य का भी इसमें भंडार है मोबाइल के जरिए कपड़े की कटिंग, कपड़े की सिलाई आदि के बारे में भी जानकारी मिल जाती है.
इंदू सिंह ने बताया कि उसके पति लकवा ग्रस्त हैं और कोई भी काम करने में सक्षम नहीं हैं लिहाजा घर की जिम्मेदारी इंदू के हाथों में ही जैसे डॉक्टर से जानकारी लेना, बिजली बिल पटना. ऐसे में फोन मिल जाने पर उसके उपर से जिम्मेदारी का बोझ थोड़ा कम हो गया है. घर बैठे काम हो जाने से उसका समय भी बचता है जिससे वो पति का भी अच्छे से ख्याल रख पाती हैं. इसके अलावा मोबाइल के जरिए उसे बहुत सी जानकारियां प्राप्त हुई हैं. खासकर महिला समूह इस मोबाइल से काफी लाभान्वित हो रहा है. समूह के सदस्यों से लगातार कनेक्टिविटी रहने के कारण आपस में संवाद करना भी पहले से आसान हो गया है.
मोबाइल में दिये गए एप्लीकेशन के जरिए लोगो को योजनाओं की अपडेट जानकारी मिलती रहती है. इन महिलाओं ने कहा कि मोबाइल के आ जाने से अब फोन लगाना, बात करना वीडियो देखना, वीडियो कॉलिंग करना, सहित इंटरनेट चलाने की भी जानकारी हासिल कर लिए हैं.
हितग्राहिओं ने बताया कि स्काई योजना के तहत मिले स्मार्टफोन से शासन की योजनाओं की जानकारी मिलने के साथ 6 महीने तक बातचीत एवं इंटरनेट सब कुछ फ्री होने से उन पर आर्थिक भार नहीं आयेगा. इससे उनहे आत्मनिर्भर बनने में सहूलियत होगी. इन लोगो ने स्मार्टफोन देने के लिए मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह का आभार माना.
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