संचार क्रांति योजना छत्तीसगढ़ में रहने वाली महिलाओं के चेहरे पर एक नया आत्मविश्वास ला दिया है. इस योजना के तहत सरकार द्वारा वोल्टी तकनीक से चलने वाला एडवांस 4G फोन दिया जा रहा है. फोन में अनेकों फीचर हैं साथ ही सरकार की योजनाओं की जानकारी भी अब एप के माध्यम से लोगों को मिल रही है. जो महिलाएं छोटी-छोटी चीजों के लिए परिवार के अन्य सदस्यों पर निर्भर रहती थीं अब वे घर के अधिकांश काम मोबाइल फोन के जरिए घर बैठे ही कर लेती हैं. जिससे उनके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी हुई है. योजना के तहत प्रदेश की 50 लाख से ज्यादा महिलाओं और छात्रों को स्मार्ट फोन दिया जा रहा है. इसके लिए सूबे के हर इलाके में सरकार द्वारा शिविर लगाकर फोन का वितरण किया जा रहा है.

संचार क्रांति योजना के तहत बालोद के ग्रामीण क्षेत्रों में हितग्राहियों को मोबाइल वितरण किया गया. स्मार्ट फोन पाकर ग्रामीण महिलाओं के चेहरे खिल उठे. बालोद विकासखण्ड के ग्राम बरही की दाहिने पैर से दिव्यांग अनुसूईया बाई ने मोबाइल फोन पाकर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि सबसे पहले वह स्मार्ट फोन मिलने की जानकारी अपने बेटे को देगी, जो महाराष्ट्र पूना में मिस्त्री काम करने गया है. उसने बताया कि बेटा दूर रहने से उसकी चिंता बनी रहती है. अब प्रतिदिन उससे बात कर सकेगी. उसने बताया कि राजनांदगॉव जिले का ग्राम ठेलकाडीह में उसका मायका है अब वहं भी परिवार वालों से बातचीत कर सबका हालचाल जान सकेंगी. अनुसूईया बाई ने कहा कि उसकी बरसों पुरानी इच्छा आज सरकार की संचार क्रांति योजना से पूरी हो गई.

ग्राम बरही की रहने वाली शकुंतला को भी संचार क्रांति योजना के तहत मोबाइल फोन मिला है. मोबाइल मिलने से शकुंतला खुश हैं. शकुंतला ने प्रसन्नतापूर्वक बताया कि अब वह मोबाइल से अपने रिश्तेदारों से प्रतिदिन संपर्क कर पाती हैं. मोबाइल से ही उन्हें कई जानकारियां भी मिल जाती है. चाहे देश विदेश के समाचार हो या फिर सरकार की योजनाएं. उन्हें सब आसानी से जानकारी मिल जाती है. शकुंतला बताती हैं कि उनकी बेटी की शादी गुरूर विकासखण्ड के ग्राम गंगोरीपार में हुई है. अब व उसका भी हालचाल जान लेती हैं. शकुंतला का मायका डौण्डीलोहारा में है. वह अब उनसे भी हर रोज बात कर लेती है और सारे सुख दुख उनसे कह पाती हैं. शकुंतला की ही तरह ग्राम बरही की रहने वाली बिसोबाई और पांचो बाई को भी मोबाइल मिला है. मोबाइल मिलने से वे भी बेहद खुश है. वे बताती हैं कि अब सुख-दुख और जरूरी काम के समय अपने रिश्तेदारों, परिचितों से आसानी से बात कर पा रही हैं. महिलाओं ने कहा कि अब स्मार्ट फोन के माध्यम से वीडियो कॉलिंग कर बात करना भी बच्चों से सीखेंगी और सबसे वीडियो कॉलिंग के जरिए देख कर बात कर पाएंगी. वहीं महिलाओं का

जगदलपुर की मालती देवनाथ वह भाग्यशाली महिला हैं जिन्हें स्काई योजना के तहत 2 लाखवां स्मार्टफोन मिला. उन्हें जब इस बात की जानकारी मिली कि वह एक ऐसी भाग्यशाली महिला है, जिसे दो लाखवां स्मार्टफोन मिला है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उसने गरीबों को स्मार्टफोन प्रदान करने की योजना के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्वयं सिलाई का कार्य करती हैं और आज नए-नए फैशन के दौर में खुद को भी अपडेट रखना चाहती हैं. मालती ने कहा कि नए-नए डिजाईन सीखने के लिए आज निश्चित तौर पर स्मार्टफोन एक सशक्त माध्यम है, किन्तु स्मार्टफोन खरीदने के लिए रुपए इकट्ठा करना आसान कार्य नहीं है. मालती ने बताया कि वह स्मार्टफोन खरीदने के लिए कई बार कोशिश करती रही, किन्तु इकट्ठे किए गए रुपए कहीं न कहीं घर के कार्यों में ही  खर्च हो जाते थे. जिससे उन्हें काफी निराशा का सामना करना पड़ता था. वे कहती हैं कि स्मार्टफोन रखने का उसका सपना मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पूरा किया और अब वह इससे सिलाई के लिए नए-नए डिजाईन सीख रही हैं. और स्मार्टफोन से वह अब ग्राहकों को भी कपड़े की डिजाईन ऑनलाईन उपलब्ध करवा रही हैं.

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