रायपुर– कलेक्टर डाॅ. बसवराजु एस ने पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए है. वहीं उन्होंने शासकीय स्कूलों में 12वीं कक्षा में अध्ययनरत बच्चों को आईआईटी, ट्रिपलआईटी, आईआईएम, नीट एनआईटी आदि इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए रायपुर में आवासीय और गैर-आवासीय कोचिंग की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए है. कलेक्टर डाॅ. बसवराजु एस आज जिला कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिले में शिक्षा, सर्वशिक्षा अभियान और साक्षर भारत के तहत संचालित गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की.
कलेक्टर ने कहा कि इंजीयनिरंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं में सरकारी स्कूल के बच्चे अधिक से अधिक सफल हो सके इसके लिए उन्हें विशेष कोचिंग प्रदान किया जाए. कलेक्टर ने इसके साथ ही छात्र-छात्राओं को रोजगार के विभिन्न विकल्पों के बारे में जानकारी हो सके, इसके लिए स्कूलों में कैरियर काउसिंलिग भी नियमित रूप से आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत रायपुर जिले में प्रारंभ की गई.
ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया को इसी तरह आगे भी जारी रखने को कहा ताकि गरीब बच्चों को इसका समुचित लाभ मिल सके. कलेक्टर ने कहा कि मध्यान्ह भोजन गुणवत्तायुक्त हो और निर्धारित मीनू के अनुसार पूरी मात्रा में बच्चों को प्रदाय हो यह सुनिश्चित किया जाए. कक्षा 11 व 12 के छात्र-छात्राओं के जिनके जाति-निवास प्रमाण पत्र नही बन पाए है, राजस्व अधिकारियों से समन्वय कर उनके जाति प्रमाण पत्र बनवाए जाए ताकि उन्हें आगे कठिनाई न हो। बच्चों में छुपी प्रतिभा उजागर हो इसके लिए विशेष प्रयास किए जाएं.
कलेक्टर ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति हो. बिना किसी कारण के अनुपस्थित शिक्षकों का उस दिन का वेतन काटा जाए. वहीं शिक्षा में नवाचार कर बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जाए. शिक्षकों की सेवा पुस्तिका अपडेट रहे. सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों को पेंशन प्रकरण समय पर तैयार हो जाए ताकि बाद में इसके लिए उन्हें भटकना न पड़े.
कलेक्टर ने कहा कि ऐसे शिक्षक जो सर्व शिक्षा अभियान और साक्षर भारत कार्यक्रम में सलग्न है और जिनकी वर्तमान में आवश्यकता नहीं है, उन्हें उनके विद्यालयों में वापस किया जाए ताकि बच्चों को शैक्षणिक लाभ मिल सके. बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा ने जिले में शैक्षणिक गतिविधियों सहित विभाग द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी.