रायपुर। नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में जेल में बंद पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के लॉ विभाग में पदस्थ सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ आलेख साहू के खिलाफ सरस्वती नगर थाना में एक और मामला पंजीबद्ध हुआ है. ठगी के इस मामले में उन्होंने लॉ की छात्रा मोनिता साहू के साथ मिलकर उसकी ही सहपाठी युवती से लाखों रुपए की ठगी की है.
आरोप है कि उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर एक छात्रा को पीएचडी में प्रवेश दिलवाने के साथ ही लेक्चरर पद में नौकरी लगवाने के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपए की ठगी की है. इस मामले में पीड़िता भानुप्रिया टंडन ने सरस्वती नगर थाना में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई है. जिसमें उसने बताया है कि उसके साथ एलएलएम में पढ़ने वाली छात्रा मोनिता साहू ने उसे पीएचडी में एडमिशन करवाने और नौकरी लगवाने के झांसे में लिया. भानुप्रिया के परिजनों का कहना है कि मोनिता साहू ठगी करने के लिए ग्राहकों को ढूंढा करती थी और उन्हें  डॉ आलेख साहू से मिलवाती थी. उन्होंने बताया कि इसी तरह उनके साथ उन लोगों ने किश्तों में 3 लाख 26 हजार रुपए की ठगी की है. पैसा देने के बाद भी न तो उसे पीएचडी में एडमिशन ही मिला और न ही उसकी नौकरी लगी.
डॉ आलेख कुमार साहू
जिसके बाद मोनिता से संपर्क करने पर वह उससे बात नहीं करती थी और अपना मोबाइल बंद कर देती थी वहीं डॉ आलेख साहू का भी नंबर बंद बता रहा था जिसके बाद उसने सरस्वती नगर थाना में अपनी शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
आपको बता दें कि लॉ विभाग में पदस्थ आलेख साहू के खिलाफ नौकरी लगाने के नाम पर कई बेरोजगार युवक युवतियों से करोड़ों रुपए ठगने का आरोप है. ठगी का शिकार होने वाले कुछ बेरोजगार युवाओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को 26 अप्रैल को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है.