गरियाबंद। सुपेबेड़ा में अंतहीन मौतों का सिलसिला जारी है. यहां एक और ग्रामीण ने किडनी बीमारी से दम तोड़ दिया है. इसके साथ ही यहां मौतों का आंकड़ा बढ़कर 70 पर पहुंच गया है. लगातार हो रही मौतों की वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
मृतक ग्रामीण का नाम भवानी सिन्हा है. बताया जा रहा है कि वह पिछले तीन साल से किडनी बामारी से पीड़ित था. मृतक के परिजनों ने राजधानी के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा और ओडिशा के निजी अस्पताल में उसका इलाज करा चुके हैं.
आपको बता दें 12 सौ आबादी वाले इस गांव में ग्रामीणों के लिए गए रक्त नमूने में 256 लोग किडनी रोग के पॉजिटिव पाए गए थे. 2005 से 2018 तक किडनी बीमारी से मरने वाले परिजनों को संसदीय सचिव स्वेच्छानुदान से 20 हजार और मुख्यमंत्री से 50 -50 हजार की सहायता राशि दी गई थी.
गौरतलब है कि सुपेबेड़ा की पानी में हैवी मेटल पाया गया था. जिसकी वजह से यहां के ग्रामीण किडनी रोग से ग्रस्त हो रहे हैं. प्रशासन ने ग्रामीणों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने गांव में 90 लाख रुपए खर्च करके 2 फ्लोराइड, 2 अर्सनिक रिमूवल प्लांट लगाया है. पानी की समस्यां ना हो इसलिए 3 किमी दूरी से पाइपलाइन के जरिए साफ पानी की सप्लाई नलों के माध्यम से किया जा रहा है. लेकिन स्थिति अभी भी जस की तस बनी हुई है. इसका ठोस समाधान नहीं निकालने की वजह से यहां ग्रामीणों की लगातार मौतों का सिलसिला अभी भी जारी है.