रायपुर। प्रदेश में रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है।स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के चिन्हांकित 200 शासकीय कॉलेजों में रेड रिबन क्लब का गठन करेगा। परियोजना संचालक छत्तीसगढ़ राज्य एड्स नियंत्रण समिति व संचालक महामारी नियंत्रक डाॅ. आर.आर. साहनी ने आज यहां राज्य स्वास्थ्य संसाधन केन्द्र के संभागृह में आयोजित एक दिवसीय एचआईवी, एड्स की मुख्यधारा में जिला नोडल अधिकारियों राष्ट्रीय सेवा योजना की बैठक में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 13 हजार से अधिक एचआईवी संक्रमितों को निःशुल्क दवा 5 एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी केन्द्र के माध्यम से दिया जा रहा है।
डाॅ. साहनी ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से सभी जिलों में कैम्प लगाने के समय जानकारी उन्हें उपलब्ध कराये जाए ताकि इन कैम्पों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को एचआईवी, एड्स से बचाव तथा रक्तदान के महत्व की जानकारी उन्हें दी जा सके। एक दिवसीय इस बैठक में सभी जिलों के राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारियों ने हिस्सा लिया। परियोजना संचालक ने एचआईवी एड्स सहित मलेरिया, डेंगू, स्वाईन फ्लू आदि रोगों व संक्रमण को रोकने के संबंध में विस्तार से जानकारी दिए है। उन्होंने कहा कि एचआईवी का संक्रमण युवावस्था 15 से 49 वर्ष की उम्र के व्यक्तियों को अधिक होता हैं। एचआईवी से बचने के लिए एचआईवी संक्रमण मुक्त रक्त लेना चाहिए। नई सुई या सिरिंज का उपयोग करना चाहिए। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ संबंध बनाते समय हर बार नये कण्डोम का इस्तेमाल करना चाहिए तथा प्रत्येक गर्भवती माताओं की एचआईवी जांच अवश्य करानी चाहिए। बैठक में संयुक्त संचालक आईईसी, महेन्द्र कुमार जंघेल, नाको सलाहकार अजय सिंह, सहायक संचालक जीपा रमा पटेल, सहायक संचालक यूथ नीतू मंडावी सहित राज्य एड्स नियंत्रण समिति के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।