चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। सरकारी लेटर हेड में फर्जी तरीके से नियुक्ति आदेश जारी कर धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है. फर्जीवाड़ा को अंजाम देने वाले रैकेट ने प्रदेश भर के बेरोजगार युवाओं को पोस्ट के जरिये भेज रहे हैं, जिन्होंने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया था. मामले में एक पीड़ित ने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई है.

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पिछले वर्ष 2017 में हैंडपंप तकनीशियन के 46 पदों पर सीधी भर्ती के विज्ञापन निकाला था. जिसमें आवेदन करने की अंतिम तिथि 1 जनवरी 2018 थी. सरकारी पदों के लिए निकली इस भर्ती के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने आवेदन किया था. आवेदन की स्क्रूटनी के बाद पात्र और अपात्रों की लिस्ट विभाग द्वारा जारी कर दिया गया था. अब जिन्हें विभाग द्वारा अपात्र घोषित कर दिया गया है उन्हें डाक के माध्यम से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के लेटर हेड में नियुक्ति पत्र भेजा जा रहा है. लेटर हेड में ऊपर बोल्ड अक्षरों में संपर्क नंबर दिया गया है और साथ ही नियुक्ति पत्र में साढे़ 15 हजार रुपये अनिवार्य रुप से मांगे जा रहे हैं.

जो लेटर भेजा जा रहा है उसमें लिखा है आवेदक को भविष्य में किसी भी प्रकार की परीक्षा तथा साक्षात्कार का सामना नहीं करना पड़ेगा. आगे लिखा गया है कि आवेदक द्वारा रायपुर मंडल में हैंडपंप टेक्नीशियन पद के लिए आवेदन दिया गया था, जो विभाग द्वारा अपात्र घोषित कर दिया गया था. मौजूदा कर्मचारियों की कमी के कारण मैरिट (फिटर डिप्लोमा) के आधार पर सीधी भर्ती के तहत सरकारी नियुक्ति के लिए चयन कर लिया गया है. विभाग द्वारा आवेदक को अनिवार्य रुप से प्रशिक्षण दिया जाएगा. आवेदक द्वारा सिक्योरिटी राशि 2 दिन के अंतराल में जमा करने पर ही जांच टीम द्वारा प्रशिक्षण पत्र दिया जाएगा.

इस मामले में दुर्ग के एक आवेदक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं विभाग के अधिकारियों ने ऐसे किसी भी नियुक्ति पत्र भेजने से इंकार किया है.