रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल एवं निर्देशन पर और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया के मार्गदर्शन में लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ से बाहर देश के अन्य राज्यों में फंसे अब तक श्रमिकों 54 हजार 341 श्रमिकों को सकुशल छत्तीसगढ़ वापस लाया गया है। प्रशासन द्वारा फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए उनकी स्वास्थ्य जांच की गई। श्रमिकों को क्वॉरेंटीन सेंटर ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई हैं। संबंधित गांवों में उन्हें क्वारेंटीन पर रखने की व्यवस्था की गई है। राज्य शासन द्वारा इन श्रमिकों को ट्रेन एवं अन्य वाहनों के माध्यमों से छत्तीसगढ़ लाया गया। प्रत्येक यात्री के स्वास्थ्य की जांच थर्मल स्कैनिंग के जरिए की जा रही है। ऐसे प्रत्येक व्यक्ति का सैम्पल लिया जा रहा है, जिन्हें सर्दी, खांसी या बुखार की शिकायत है। वाहन एवं अन्य माध्यमों से आए इन श्रमिकों को उनके गतव्य तक पहुंचाने के लिए संबंधित जिलों तक बसों की व्यवस्था की गई है। बसों को भी सेेनेटाईज किया गया है और उनमें 20-22 यात्रियों को ही ले जाया जा रहा है, ताकि फिजिकल डिस्टेंसिंग बनी रहे।

श्रम विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि देश के 21 राज्यों एवं 4 केन्द्र शासित प्रदेशों में फंसे हुए छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के श्रमिकों को सकुशल गृह राज्य लाया जा रहा है। इनमें रायपुर जिले के 623 श्रमिक, महासमुंद जिले के 4 हजार 849 श्रमिक, बलौदाबाजार के 2 हजार 126 श्रमिक, गरियाबंद जिले के 346 श्रमिक, धमतरी के 54 श्रमिक, बिलासपुर के 3 हजार 139 श्रमिक और मुंगेली जिले के 7 हजार 409 श्रमिकों को वाहन एवं अन्य माध्यमों से सकुशल छत्तीसगढ़ लाया गया है। इसी प्रकार कोरबा जिले के 374 श्रमिक, जांजगीर-चापा के 5 हजार 277 श्रमिक, रायगढ़ के एक हजार 710 श्रमिक, कबीरधाम (कवर्धा) के 418 श्रमिक, बेमेतरा के 3 हजार 824 श्रमिक, दुर्ग के 765 श्रमिक, बालोद जिले के एक हजार 481 श्रमिक और राजनांदगांव जिले के 6 हजार 811 श्रमिकों, कोरिया जिले के 78 श्रमिकों को सकुशल निवास राज्य लाया गया है। इसी तरह बलरामपुर जिले के 432 श्रमिक, सूरजपुर के 303 श्रमिक, जशपुर के 110 श्रमिक, सरगुजा जिले के 6 श्रमिक, कांकेर जिले के 408 श्रमिक, नारायणपुर के 20 श्रमिक, कोण्डागांव के 359 श्रमिक, जगदलपुर (बस्तर) के 3 हजार 110 श्रमिक, दंतेवाड़ा के दो हजार 10 श्रमिक, बीजापुर के 2 हजार 518 श्रमिक और सुकमा जिले के एक हजार 495 श्रमिकों को सकुशल छत्तीसगढ़ लाया गया है।