रायपुर- छत्तीसगढ दौरे पर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने संपर्क फाॅर समर्थन अभियान के तहत कबीरपंथ के प्रमुख प्रकाश मुनि से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में चौथी बार सरकार बनाने के लिए बीजेपी के लिए समर्थन मांगा. शाह से मुलाकात के बाद पंथ श्री प्रकाश मुनि ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि- मैंने उन्हें शुभकामनाएं दी है.
प्रकाश मुनि ने कहा कि- देश की जनता जागरूक है. जनता अपने विवेक से वोट करती है. चुनावी साल में नेताओं का संतों के पास जाने के सवाल पर पंथ श्री प्रकाश मुनि ने कहा कि- हमारे देश में यह परंपरा रही है. राजा-महाराजा संतों के सानिध्य में जाते रहे हैं. बीजेपी को समर्थन देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि- मैं कबीर पंथ से आता हूं. मैं तटस्थ हूं. मेरी शुभकामनाएं सबके साथ है.
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में कबीर पंथ का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है. इस पंथ से जुड़े वोटर्स लाखों की तादात में हैं. छत्तीसगढ़ के पिछड़ा वर्ग समाज के 52 फीसदी आबादी में दामाखेड़ा गुरु गद्दी के प्रमुख गुरु प्रकाशमुनि नाम साहब का सीधा प्रभाव है.राज्य में कबीर पंथ ने सर्वाधिक प्रभाव निचली या पिछड़ी जातियों पर ही डाला है. इसलिए कबीरपंथ के अनुयायी वही ज्यादा बने. जैसे कि सिदार,ढीमर, तेली, अहीर, लोधी, कुम्हार, रावत, पटवा, साहू, वैश्य, कुर्मी, कोष्टा और मानिकपुरी जिसे पनका या पनिका भी कहा जाता है.
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रकाशमुनि नाम साहब से शुरुआती जीवन से ही आशीर्वाद प्राप्त करते रहे हैं. कवर्धा जो कि मुख्यमंत्री का गृह जिला है वहां कबीर पंथ का सर्वाधिक प्रभाव रहा है. यही वजह है कि कुछ साल पहले ही कवर्धा का नया नाम रमन सरकार ने कबीरधाम किया था. वहीं हर साल मुख्यमंत्री दामखेड़ा में होने वाले मेला में जाकर गुरु गद्दी का दर्शन और प्रकाशमुनि नाम साहब का आशीर्वाद लेते हैं.