रायपुर. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के साथ कांग्रेस के पूर्व कार्यकाल के अधूरे काम को अंजाम देने की कवायद शुरू हो गई है. ऐसे की कार्यों में पौता चेरिया (नया रायपुर) को फिर से गुलजार करने का शामिल है, जिसके लिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिलान्यास किया था. अब यह शिलान्यस पत्थर आईआईएम परिसर के अंदर है, जहां तक पहुंच मार्ग बनाए जाने की कवायद की जाएगी.

इस कड़ी में आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर गुरुवार को विधानसभा से सीधे आईआईएम पहुंचे, जहां परिसर के भीतर शिलान्यास स्थल तक पहुंचकर जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. इस दौरान विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने वाले कांग्रेस के विधायक धनेंद्र साहू भी साथ में मौजूद थे.

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ के नए राज्य बनने के बाद तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने रायपुर के करीब पौता चेरिया की जिस जगह में नई राजधानी का शिलान्यास किया था, अब वह जगह दोबारा गुलजार होने जा रही है. पिछली सरकार में आईआईएम को आबंटित की गई जमीन में शिलान्यास स्थल भी आ गया. फिलहाल यहां तक पहुँचने का आम रास्ता बंद है.

विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू ने ध्यानाकर्षण के दौरान इस मामले को उठाते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पौता चेरिया में नई राजधानी का शिलान्यास किया था. ऐसे शिलान्यास के स्थान को क्यों बदला गया? यह स्थल आज आईआईएम के घेरे के भीतर है. विधानसभा में आवास एवं पर्यावरण मंत्री मो.अकबर ने जवाब में कहा कि हम जल्द शिलान्यास स्थल के लिए एक नई सड़क बनाएंगे.

पूर्व मुख्यमंत्री और जेसीसी विधायक अजित जोगी ने विधानसभा में चर्चा के दौरान कहा था कि यह महत्वपूर्ण मुद्दा है. वह दिन अविस्मरणीय था, जब पौता चेरिया में एक सुंदर विशाल पत्थर रखा था. मैं सरकार से यह मांग करता हूँ कि शिलान्यास वाले स्थल को अलग से घेर दिया जाए. वहां सुंदर बाग बगीचा बना दिया जाए, जिससे लोग वहां तक जा सके.