रायपुर। सोमवार रात 10.30 बजे से हिदायतुल्ला नेशनल लॉ युनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं धरने पर है. “पिंजरा तोड़” के नारे लगाते छात्र-छात्राओं ने आजादी की मांग की.

दरअसल छात्राओं का कहना है कि रात 10.30 बजे के बाद से उन्हे कैंपस में घूमने की आजादी नहीं है और उन्हे हॉस्टल से बाहर नहीं जाने दिया जाता. उनकी मांग है कि रात 10.30 बजे के बाद उन्हे हॉस्टल से बाहर जाने दिया जाए. ताकि वे लाइब्रेरी में जाकर पढ़ सकें, अपने प्रोजेक्टस और असांनमेट तैयार कर सकें. दोस्तों के साथ मिलकर ग्रुप डिस्कशन कर सकें. छात्राओं ने बताया कि बॉयज हॉस्टल से लड़कों को बाहर निकलने की कोई रोक टोक नहीं है लड़के रात 12 बजे तक कैंपस में घूम सकते हैं लेकिन हमें पढ़ने के लिए भी रात 10.30  बजे के बाद बाहर नहीं जाने दिया जाता.

आजादी के नारे लगाते हुए छात्राओं ने राइट टू इक्वेलिटी की बात की और कहा कि जिस तरह लड़को को आजादी दी गई है उसी तरह हमें भी आजादी दी जाए. इसके साथ ही उन्होंने नए वार्डन की मांग की जो एकेडमिक फील्ड से ना हो. वहीं यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. अयान ने बताया कि छात्र-छात्राओं ने अभी तक कोई लिखित ज्ञापन नहीं सौंपा है. उनकी मांग को लेकर मीटिंग में फैसला किया जाएगा, साथ ही छात्र-छात्राओं के माता पिता से भी बात की जाएगी. उसके बाद ही कोई फैसला इस पर लिया जाएगा. जिसे लेकर रजिस्ट्रार ने एक हफ्ते का समय मांगा है लेकिन छात्र-छात्राएं का कहना है कि इस पर अभी फैसला किया जाए. गौरतलब है कि हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलपति को अयोग्य घोषित किया गया है.