रायपुर। सिविल लाइन पुलिस ने धोखाधड़ी के एक मामले में पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व मैनेजर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम अशोक खरियाल है. आरोप है कि अशोक खरियाल जिस दौरान बैंक में मैनेजर थे उस दौरान उन्होंने एजेंट से मिलीभगत कर फर्जी तरीके से बंधक जमीन पर ही कई लोगों को लोन बांटा था. उन्होंने यह गड़बड़ी बैंक के अधिकृत एजेंट के साथ मिलकर की थी.

आरोपी- अशोक खरियाल

 

मामले में सिविल लाईन पुलिस पहले ही बैंक के अधिकृत एजेंट गोपी चंद कृष्णानी को गिरफ्तार कर चुकी है. मेसर्स प्रेम कंस्ट्रक्शन के संचालक आशीष जैन और विकास जैन का अमलीडीह में खुशी वाटिका प्रोजेक्ट लांच किया था. प्रेमलता जैन नाम की एक महिला के नाम से यहां एक फ्लैट था जिसे पीएनबी में  उन्होंने बंधक रखा था. जिसे गोपीचंद कृष्णानी ने अपने नाम पर विक्रय इकरारनामा तैयार कर लालगंगा शापिंग काम्पलेक्स में स्थित जम्मू एंड कश्मीर बैंक से 19 लाख 20 हजार का लोन लेकर अपने और अपनी पत्नी के नाम पर रजिस्ट्री करा लिया.

इसी तरह 14 और फ्लैटों  को षड़यंत्रपूर्वक बैंक कर्मचारियों से दूसरे के नाम रजिस्ट्री एवं पीएनबी में लोन ले लिया. लोन लेने के बाद लोन को न अदा कर बैंक से एनपीए कुकी कार्यवाही करा कर बैंक से सस्ते दरों में फ्लैट खरीद कर आरोपी गोपी कृष्णानी ऊंचे दरों पर बेचने का प्रयास कर रहा था. जिसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी गोपी कृष्णानी को 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया था.

आपको बता दें कि धोखाधड़ी के आरोप में जेल में बंद आरके मॉल के मालिक आशीष और विकास जैन के बैंक संबंधी सबी कार्यों को गोपी कृष्णानी ही देखा करता था. आशीष और विकास की आरके कंस्ट्रक्शन कंपनी भी थी जिसके जरिए कई लोगों को मकान बनाकर देने के नाम पर दोनों ने ठगी की थी. गोपी पंजाब नेशनल बैंक का एजेंट था और वह आरोपियों को लोन दिलाने सहित सभी कार्य वही करता था.