रायपुर। मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम ‘‘गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़‘‘ अन्तर्गत ई-साक्षरता केन्द्रों में ऑनलाईन बाह्य मूल्यांकन 28, 30 और 31 दिसम्बर को निर्धारित किया गया है। छत्तीसगढ़ के सरगुजा व बिलासपुर संभाग के जिलों में 28 दिसम्बर, रायपुर एवं दुर्ग संभाग के जिलों में 30 दिसम्बर तथा बस्तर संभाग के जिलों में 31 दिसम्बर को आयोजित ऑनलाइन बाहय मूल्यांकन में लगभग एक हजार पाँच सौ शिक्षार्थी शामिल होंगे।

स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी के कुशल मार्गदर्शन व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण (SLMA) के संचालक एवं सदस्य सचिव एस. प्रकाश के निर्देशन में देश में पहली बार शहरी क्षेत्र के डिजिटल असाक्षरों के लिए गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत छत्तीसगढ़ में 36 केन्द्र प्रारंभ किया गया है। डिजिटल साक्षरता पाठ्यक्रम के बाद जिले द्वारा आंतरिक मूल्याकंन किया जाता है। इसके पश्चात् छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (Chips) द्वारा ऑनलाइन बाहय मूल्यांकन किया जाता है। जिसमें अब तक लगभग पाँच हजार शिक्षार्थी सफल हो चुके है।

राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने बताया कि नवाचारी कार्यक्रम गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ में 15 से 60 आयु समूह के डिजिटल असाक्षरों को प्रशिक्षित ई-एजुकेटर द्वारा एक माह में डिजिटल उपकरणों के उपयोग करना सिखाया जाता है। डिजिटल साक्षरता के अंतर्गत कम्प्यूटर, मोबाइल सहित डिजिटल डिवाइस को चलाना, कम्प्यूटर के पुर्जे का उपयोग, मोबाइल फोन का उपयोग, टेबलेट की जानकारी व उपयोग, इंटरनेट का उपयोग, सर्च इंजन का उपयोग ईमेल का परिचय, सोशल मीडिया, फेसबुक, ट्वीटर, व्हाटसअप का उपयोग करना सिखाया जाता है। इसके साथ ही विभिन्न सेवाओं का ऑनलाइन भुगतान, ऑनलाइन बुकिंग, रेल, बस टिकिट बुक करना, मोबाइल रिचार्ज, टीवी रिचार्ज, बिजली बिल इत्यादि का भुगतान तथा विभिन्न सेवाओं के लिए ऑनलाइन फार्म भरना भी सिखाया जाता है। विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों में पॉवर पाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। डिजिटल साक्षरता के अलावा व्यक्तित्व विकास, चुनावी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, कौशल विकास, नागरिक कर्त्तव्य, जीवन मूल्य आदि का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। डिजिटल साक्षरता के कोर्स के पश्चात् जिले द्वारा आंतरिक मूल्यांकन किया जाता है। तत्पश्चात् छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (Chips) द्वारा ऑनलाइन बाहय मूल्यांकन किया जाता है।