दुर्ग। छत्तीसगढ़ में किसानों द्वारा आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में कर्ज एवं सूखे से परेशान सैकड़ों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। ऐसा ही वाक्या दुर्ग जिले के पाटन ब्लाक के रही ग्राम में हुआ जहाँ सुखीत पटेल नाम के किसान ने कर्ज से परेशान होकर मौत को गले लगा लिया।

सुखीत के परिवार में 2 बेटे और 1बेटी है सभी बच्चों की जिम्मेदारी निभाते हुए सुखीत ने खून पसीने की कमाई से सबकी शादी कर दी थी। बच्चो की शादी के लिए मृतक किसान ने कुछ कर्ज भी लिया था जिसे वह चुका भी नही पा रहा था। बची खुची कसर फसल ने चौपट होकर पूरी कर दी जिसकी वजह से वह परेशान चल रहा था।

आज घर से निकलते वक्त वह सबसे हँस कर मिलते हुए गया और घर मे भी कोई विवाद नही हुआ जिसकी वजह से सुखीत को फांसी लगाने की नौबत आई। पूरा गांव सुखीत की आत्महत्या से सदमे में है। मृतक किसान सुखती पटेल के पास स्वयं की 1 एकड़ जमीन बताई जा रही है। जिससे उसका गुजर बसर संभव नही था अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने वह गांव के ही अवध राम के 3 एकड़ खेती को रेघा पर लेकर कई साल से किसानी कर रहा था। चार एकड़ की खेती में एक हैंडपंप भी है। इस साल सूखे की स्थिति के कारण उनकी फसल अच्छी नहीं है। वहीं बार-बार बिजली गुल होने के कारण वह पंप से सिचाई भी नहीं कर पा रहा था।

फिलहाल इस पूरी घटना के बाद प्रशासन सरकार के बचाव में खड़ी होती दिख रही है और सुखीत की मौत को कर्ज का कारण नही मान रही। अपनी मौत के पहले सुखीत ने कोई सुसाइट नोट भी नही छोड़ा जिससे आत्महत्या का कारण पता लग सके। बहरहाल पाटन की पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और सुखीत की मौत का कारण ढूढने में लग गयी है।