रायपुर। डेंगू से प्रदेश भर में 14 मौत होने के बाद आखिरकार प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की तंद्रा टूटी. इन मौतों और 500 से ज्यादा लोगों के अकेले दुर्ग भिलाई में भर्ती होने के बाद स्वस्थ्य महकमे को लोगों में जागरुकता लाने का होश आया. आयुक्त स्वास्थ्य विभाग आर प्रसन्ना ने लोगों के लिए एडवायजरी जारी करते हुए कहा कि मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के उपाय बहुत ही आसान हैं. जमा हुए पानी में जला हुआ मोबिल आईल अथवा मिट्टी का तेल डाल दें. कीटनाशक दवा का छिड़काव घर के भीतर अवश्य रुप से करवाएं. मच्छरों से बचने घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली लगाएं. सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें. टायर व पुराने बर्तन का पानी फेंक दें. कूलर पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी का बर्तन, फूलदान इत्यादि को प्रति सप्ताह खाली करें व धूप में सुखाकर प्रयोग करें. नारियल का खोल, टूटे हुए बर्तन व टायरों में पानी जमा न होने दें.

संचालक महामारी आरआर शाहनी ने बताया कि मलेरिया के लक्षण बुखार, ठंड लगना, कंपकपी, सिरदर्द, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द. जी मिचलाना, आंतरिक रक्त स्त्राव, त्वचा में चकत्ते, नाक, मुंह, मसूड़ों से खून आना, उल्टियां होना. चिकित्सकों ने पीलिया रोकथाम के उपाय के बारे में जानकारी दिए हैं. जिसके अनुसार पीलिया प्रदूषित जल व भाजन से फैलने वाला संक्रामक रोग है. व्यक्तिगत स्वच्छता में कमी के कारण या फिर मक्खी आदि कीट के कारण पीलिया फैलता है. पीलिया के लक्षण बुखार आना, भूख न लगना, भोजन का स्वाद न आना, उल्टी लगना या होना, सर में दर्द होना आदि पीलिया के प्रारंभिक लक्षण हैं. पेट में दर्द, कमजोरी थकावट के साथ आंखें और त्वचा का रंग पीला हो जाता है. पीलिया के विषाणु, पीलिया के मरीज के मल के साथ विसर्जित होते हैं.

पीलिया से बचाव के उपाय- पतला दस्त प्रारंभ होते ही तरल पदार्थ मरीज को देते रहना चाहिए. उल्टियां हो रही हो तो भी. थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कम अंतराल से तरल पदार्थ को देना जारी रखना चाहिए. तरल पदार्थों का सेवन मरीज के पूर्ण स्वस्थ होने तक जारी रखना चाहिए. अधिक मात्रा में तरल पदार्थ सेवन से भी कोई नुकसान नहीं होता. उन्होंने बताया कि मलेरिया, डेंगू, पीलिया के उक्त में से कोई भी लक्षण हो तत्काल नजदीक के चिकित्सक से पूर्ण उपचार करवायें. शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर जांच एवं उपचार निशुल्क उपलब्ध है. अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 104 डायल कर पूरी जानकारी ले सकते हैं.